अमर उजाला, 11 मार्च 2019
तिब्बत की आजादी की मांग को लेकर रविवार को धर्मशाला में निर्वासित तिब्बत समुदाय के लोगों ने प्रदर्शन किया। तिब्बतियों के 60वें अपराइजिंग डे पर मैकलोडगंज से पुलिस मैदान तक रैली निकाली गई। इस दौरान तिब्बती समुदाय के लोगों ने तिब्बत की आजादी को लेकर नारेबाजी की। साथ ही इंद्रूनाग (चौहला) से पुलिस मैदान धर्मशाला तक पैराग्लाइडर के माध्यम से फ्री-तिब्बत का झंडा भी लहराया।
पुलिस मैदान धर्मशाला में तिब्बती समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए निर्वासित तिब्बत संसद के सभापति पेमा जुनगे ने तिब्बत की आजादी के लिए छेड़े गए आंदोलन पर रोशनी डाली। उन्होंने आजादी की लड़ाई को तेज करने का समुदाय के लोगों से आह्वान किया। पेमा जुनगे ने अपराइजिंग डे की भी जानकारी दी।
रैली में निर्वासित तिब्बती यूथ कांग्रेस, तिब्बती महिला संगठन, नेशनल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ तिब्बत, गुचु सुम मूवमेंट ऑफ तिब्बत और स्टूडेंट फॉर ए फ्री तिब्बत इंडिया ने अपना सहयोग दिया। तिब्बती समुदाय के लोगों ने नारेबाजी कर संयुक्त राष्ट्र संघ और विश्व के अन्य देशों के प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वह चीन पर दबाव बनाए। विश्व समुदाय को साचीन में कैद पंचेन लामा सहित अन्य कैदियों को रिहा कराने के भी प्रयास करने चाहिए।