17 मई 2014, प्रेस विज्ञप्ति
तिब्बत एकजुटता दिवस
आज दिनांक 17 मई 2014 को देवी अहिल्याबाई इण्टर काॅलिज, ग्राम लिसाड़ी, मेरठ में अन्र्तराष्ट्रीय भारत तिब्बत सहयोग समिति, मेरठ एवं देवी अहिल्याबाई इण्टर काॅलिज, ग्राम लिसाड़ी, मेरठ के संयुक्त तत्वाधान में तिब्बत एकजुटता समारोह का आयोजन किया गया। समारोह का विषय प्रवेश समिति के महामंत्री डाॅ0 निर्देश वशिष्ठ द्वारा किया गया।
उन्होनें बताया कि गेंदुन छोक्यी निमा को चीन द्वारा गायब करने के 6 महीने बाद चीन ने Gyaltsen Norbu को तिब्बत का 11वाँ पंचन लामा घोषित कर दिया। चीन की सरकार ने निरन्तर स्वतन्त्र संगठनों एवं व्यक्तियों को दलाई लामा जी द्वारा चयनित पंचन लामा को प्रत्यक्ष रूप से सामने नहीं आने दिया और यह कहा कि वे अपनी इच्छानुसार चीन के संरक्षण में है, क्योंकि उनको दलाई लामा जी के अनुयायियों से जान का खतरा है।
केन्द्रीय तिब्बती प्रशसन ने 17 मई को तिब्बत एकजुटता दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की है। यह दिन उस तिब्बती जनता की आकांक्षाओं के साथ अन्र्तराष्ट्रीय समुदाय की एकजुटता का प्रतीक है, जो स्वाधीनता के लिए तड़प रही है और भारी कठिनाई की परिस्थिति में भी मजबूती से डटी हुई है। वर्ष 1995 में इसी दिन सिर्फ 6 वर्ष की उम्र में 11वें पचन लामा गेंदुन छोक्यी निमा संदेहास्पद तरीके से गायब हो गये थे।
समारोह की अध्यक्षता अन्र्तराष्ट्रीय भारत तिब्बत सहयोग समिति, मेरठ छावनी के अध्यक्ष श्री कुल भूषण बख्शी ने की। अपने अध्यक्षीय भाषण में उन्होने भारत की सुरक्षा, तिब्बत में पर्यावरण विनाश, तिब्बतियों का अपने ही देश में अल्पसंख्यक में हो जाना क्योंकि साठ लाख की जनसंख्या वाले देश में 75 लाख से अधिक चीनियों को बसाकर महत्वपूर्ण पदों एवं व्यापार पर चीनियों का कब्जा, तिब्बत से निकलने वाली विभिन्न नदियों का बहाव, जिनमें ब्रह्मपुत्र का विशेष स्थान है, चीन की और मोड़ना एवं मई 2013 में 50 चीनी आक्रमणकारियों का भारत की सीमा में 19 किमी अन्दर घुसकर अपने तंबू गाड़ना एवं अपनी शर्तें मनवा कर वापस लौटना आदि का विस्तारपूर्वक वर्णन किया। तद्उपरान्त देवी अहिल्याबाई इण्टर काॅलिज के प्राचार्य एवं समिति के उपाध्यक्ष डाॅ0 डी0के0 पाल द्वारा तिब्बत के इतिहास एवं वर्तमान पर संक्षेप में प्रकाश डाला गया। समारोह के दौरान तिब्बत से जुड़ी हुई तीन डाक्युमेन्ट्रीज – 1. तिब्बत का चुराया गया बच्चा, 2. तिब्बत एक मिटती पहचान एवं 3. तिब्बत में राष्ट्रीय विद्रोह 2008 को प्रोजेक्टर के माध्यम से प्रसारित किया गया।
इस अवसर पर अंतराष्ट्रीय भारत तिब्बत सहयोग समिति के अध्यक्ष श्री कुल भूषण बख्शी, उपाध्यक्ष डाॅ0 डी0के0 पाल, महामंत्री डाॅ0 निर्देश वशिष्ठ, मंत्री श्री कृष्णबल शर्मा, संयुक्त मंत्री श्री होती लाल लोधी एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों में श्री चरण सिंह लिसाड़ी, श्री राकेश शर्मा (पूर्व परिषद), डाॅ0 अशोक, श्री तपेशपाल, श्री जितेन्द्र पाल, श्री राजकुमार ठाकुर, श्री महेन्द्र प्रजापति इत्यादि इत्यादि उपस्थित रहे।