रिश्तों को सुधारने और उनका भविष्य तय करने के लिए भारत आए चीन के प्रधानमंत्री वेन विजाबाओ भारतीय मीडिया की आलोचना से बौखला गए। द्विपक्षीय वार्ता के आशनुरुप परिणाम सामने न आने से दुखी भारतीय मीडिया ने शुक्रवार को जियाबाओ की जमकर खिचांई की । इन नकारात्मक सुर्खियों का सामना कर रहे चीनी प्राधानमंत्री अपनी यात्रा के अंतिम दिन काफी नाराज नजर आए । उन्होंने यहां तक कह दिया कि मीडिया का यह रुख द्विपक्षीय सम्बंधो को नुकसान पुहंचा रहा है ।
पाकिस्तान रवाना होने से पूर्व वेन ने सम्पादकों और स्कॉलरों के एक समूह से बातचीत में कहा कि वह इस बात को समझते है कि भारत में प्रेस की आजादी है, लेकिन उसे मित्रता को प्रोत्साहित करने में भूमिका अदा करनी चाहिए । भारत -चीन सीमा की स्थिति की भारतीय मीडिया में हुई कवरेज का उल्लेख करते हुए चीनी नेता ने कहा कि एक भी गोली नहीं दागी गई । उन्होंने कहा कि इसके बावजूद सीमा के सवाल को मीडिया की ओर से बार -बार सनसनीखेज बनाया जा रहा है जिसके बाद दोनों देशों के नेताओं को इस नुकसान तथा क्षति की मरम्मत करनी पडी ।
सतलुज की जानकारी देगा । भारत और चीन के बीच हुए एक समझौते के तहत मानसून के दौरान चीन सतलुज नदी में बाढ सम्बंधी वास्तविक जानकारी भारत को
मुहैया कराएगा। पांच वर्ष के समझौते के तहत चीन तिब्बत में एक विशोष केंद्र बनाएगा , जहां से बारिश और बाढ की स्थिति पर नजर रखी जाएगी । इससे भारत को समय से पहले बाढ सम्बंधी चेतावनियां मिल सकेंगी । सरकार के सूत्रों ने यहां बताया कि इसके बदले में भारत चीन को 12 लाख रुपए प्रतिवर्ष की राशि देगा।
जाते -जाते बौखलाए वेन
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