दैनिक जागरण 29 जनवरी 2012
धर्मशाला, जागरण ब्यूरो। निर्वासित तिब्बत सरकार ने चीन सरकार के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है। निर्वासित सरकार तिब्बत में दमनकारी नीतियों का विरोध बड़े पैमाने पर करने जा रही है। प्रधानमंत्री डॉ. लोबसांग सांग्ये ने आठ फरवरी को विश्वभर में रह रहे तिब्बतियों से प्रदर्शन करने की अपील की है। ग्लोबल विजिल के तहत निर्वासित सरकार ने विश्व समुदाय तक अपना संदेश पहुंचाने का निर्णय लिया है।
तिब्बत में आत्मदाह के मामलों और पुलिस की बर्बरतापूर्ण कार्रवाई पर निर्वासित सरकार ने चिंता जताई है। हालांकि इससे पहले भी अपने लोगों पर हो रहे अत्याचार के विरोध में सरकार ने अपनी आवाज उठाई है लेकिन अब प्रधानमंत्री डॉ. लोबसांग सांग्ये ने खुलकर तिब्बती समुदाय से इसके खिलाफ एकजुट होकर आवाज उठाने की अपील की है।
सांग्ये ने आठ फरवरी को विश्व के विभिन्न देशों में विरोध प्रदर्शन करने के लिए कहा है। इसमें रैली, कैंडल मार्च व नुक्कड़ नाटक आयोजित किए जाएंगे। इनके माध्यम से लोगों से चीन सरकार की नीतियों का विरोध होगा। इसमें तिब्बती समुदाय भारत सहित अन्य देशों में प्रदर्शन करेंगे ताकि इन देशों का समर्थन हासिल कर चीन सरकार पर दबाव बनाया जा सके। इससे तिब्बत के मुद्दे का हल निकाला जा सके और लोगों को उनके अधिकार दिलाए जा सकें। वहीं, प्रधानमंत्री डॉ. लोबसांग सांग्ये ने कहा कि पूरा तिब्बती समुदाय एकजुट होकर प्रदर्शन में भाग ले।