[शुक्रवार, 19 नवम्बर, 2010 | स्रोत : दैनिक भास्कार राष्ट्रीय संस्करण]
वाशिंगटन । अमेरिका विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने कहा है कि चीन तिब्बती बौद्ब भिक्षुओं का उत्पीडन जारी रखे हुए है और धार्मिक स्वतंत्रता का इस तरह उल्लंघन से लोकतांत्रिक समाज का समर्थन करने वाले संबंधो में तनाव उत्पन्न होता है। हिलेरी ने धार्मिक स्वतंत्रता का इस तरह उल्लंघन से लोकतांत्रिक समाज का समर्थन करने वाले संबंधों में तनाव उत्पन्न होता है। हिलेरी ने धार्मिक स्वतंत्रता विषय पर विदेश विभाग की वार्षिक रिपोर्ट जारी होने के अवसर पर यह बात कही । उन्होंने कहा हमें इस बारे में रिर्पोटें मिल रही है कि चीन सरकार तिब्बती बौद्ब भिक्षुओं , ईसाईयों और उड्गर मुस्लिमों का उत्पीडन जारी रखे हुए है। इसके अलावा कई यूरोपीय देश भी धार्मिक स्वंतत्रता का इस तरह उल्लंघन से लोकतांत्रिक समाज का समर्थन करने वाले संबंधों में तनाव उत्पन्न होता है । उप विदेश मंत्री माइकल पोस्नर ने के अनुसार चीन के शौन में मुस्लिम उडगर और तिब्बत में बौद्बों की धार्मिक स्वतंत्रता पर सरकार ने कई तरह के प्रतिबंध लगा रखे है। रिपोर्ट में आठ देशों को इस मामले में चिंता की श्रेणी में रखा गया है। ये देश है – म्यांमार , चीन , एरित्रिया , ईरान , उत्तर कोरिया , सउदी अरब , सूडान और उज्बेकिस्तान ।