दैनिक जागरण, 12 फ़रवरी 2012
बीजिंग। चीन के दमनकारी शासन के खिलाफ तिब्बतियों द्वाराआत्मदाह की घटनाएं दिनोंदिन बढ़ती जा रही हैं। मानवाधिकार समूहों का दावा है कि चीन के अशांत दक्षिण पश्चिमी भाग में शनिवार को एक 18 वर्षीय तिब्बती भिक्षुणी ने खुद को आग लगा ली। यह घटना तिब्बत सीमा से लगने वाले सिचुआन प्रांत की है।
फ्री तिब्बत और इंटरनेशनल कैंपेन फॉर तिब्बत ने बताया कि तिब्बती भिक्षुणी की हालत गंभीर है। लंदन स्थित फ्री तिब्बत समूह का कहना है कि शनिवार को हुई इस घटना के बाद बीते साल से अबतक आत्मदाह करने वाले तिब्बतियों की संख्या 22 पहुंच गई है। हालांकि आंकड़ों को लेकर चीन के सरकारी मीडिया ने आपत्ति जताई है।
मानवाधिकार समूह द्वारा जारी बयान के मुताबिक नन तेनजिन चोड्रोन ने मेमी आश्रम में आत्मदाह से पहले चीनी सरकार के खिलाफ नारे लगाए। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस उन्हें अपने साथ ले गई। इसके बाद आश्रम को बंद कर दिया गया है। पिछले एक हफ्ते में तिब्बतियों द्वारा किए जा रहे आत्मदाह की यह छठी घटना है। इसी आश्रम की एक अन्य भिक्षुणी 20 वर्षीय तेनजिन वांगमो ने पिछले साल अक्टूबर में आत्मदाह किया था, जिसके बाद उनकी मौत हो गई थी।