सिलीगुड़ी। आजाद तिब्बत के लिए संघर्ष कर रहे बौद्ध धर्म गुरू और 14वें दलाई लामा ने बुधवार को तिब्बत पर चीन के कब्जे पर नाराजगी जाहिर की और तिब्बत की आजादी के लिए समूचे विश्व को एकजुट होने की अपील की।
सिलीगुड़ी के लिए रवाना होने से पहले गंगटोक में एक धार्मिक सभा को सम्बोधित करते हुए दलाई लामा ने कहा कि तिब्बत पर चीन जैसे राष्ट्र का कब्जा होना उचित नहीं है। किसी राष्ट्र के कारण किसी भी जाति की संस्कृति के अस्तित्व पर संकट छाना ठीक नहीं है। इस मामले में पूरे विश्व के सभी देशों को गोलबन्द होकर चीन पर दबाव डालना चाहिए। इस दौरान उन्होंने भारत की पंचशील विदेश नीति की प्रशंसा की और कहा कि विश्व में शान्ति और अहिंसा फैलाने में भारत महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
सूत्रों ने बताया कि सिक्किम का दौरा कर गुरूवार को दलाई लामा सिलीगुड़ी पहुंचेंगे। यहां पर वे बौद्ध धर्म के विभिन्न प्रतिनिधिमण्डल के साथ बैठक करेंगे और एक धार्मिक सभा को सम्बोधित भी करेंगे। उसके बाद शुक्रवार को दिल्ली के रास्ते फिर धर्मशाला लौट जाएंगे।