देहरादून। चीन द्वारा कीर्ति मठ की घेराबन्दी के विरोध में तिब्बतियों ने चीन के विरोध में क्रमिक अनशन आज पांचवें दिन भी जारी रखा।। तिब्बतियों ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र और विश्वभर के राष्ट्रों से अपील की जा रही है कि वे चीनी सरकार पर कीर्ति मठ से सैनिकों को तुरन्त हटाने के लिए दबाव बनाए। चीनी सरकार, बर्बरता से भिक्षुओं और श्रद्धालुओं का उत्पीडन कर रही है। उन्होंने कहा कि यदि चीनी सरकार ने बर्बरता पर अंकुश नही लगाया तो तिब्बती समुदाय द्वारा चीन के विरोध में विशवस्तर पर व्यापक आंदोलन किया जाएगा। अनश्न पर बैठे तिब्बतियों ने चीन के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा कि चीनी अधिकारीयों ने मठ में तालाबंदी लागू कर भिक्षुओं औऱ श्रद्धालुओं का आवाजाही पर कडीं रोक लगा दी है। अनश्नकारियों के समर्थकों का कहना था कि मासूम भिक्षु बिना भोजन के रह रहे है और नांवा में स्थिति काफी तनावपूर्ण हो गयी है। अनशनकारियों के समर्थकों ने कहा कि सशत्र पुलिस ने जहना की भीड में जबर्दस्ती घुसने का प्रयास किया। अनशन पर बैठे लोगों के समर्थकों ने कहा कि भिक्षुओं का भोजन -पानी बंद कर दिया है जो मानवाधिकारी का हनन है इससे पता चलता है कि तिब्बत की आजादी के नाम पर चीन किस प्रकार से तिब्बतियों की स्वंतत्रता पर कठोर प्रहार कर रहा है। स्थानीय तिब्बतियों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि 12 अप्रैल को नांवा के स्थानीय नागरिकों को पता चला कि चीनी अधिकारी मठ से भिक्षुओं को जबर्दस्ती निकालना चाहते है और मठ का द्वारा अवरुद्ध कर दिया गया है, जिससे पूरे देश में इसके खिलाफ संघर्ष किया जा रहा है।
चीन के खिलाफ तिब्बतियों का क्रमिक अनशन जारी।
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