नोरज़िन वांग़्मो को २०२० में आत्मदाह करनेवाले एक तिब्बती के बारे में समाचार साझा करने के आरोप में तीन साल की जेल की सजा सुनाई गई थी।
rfa.org / सांग्याल कुंचोक : तिब्बत में रहने वाले एक तिब्बती ने गुरुवार को आरएफए को बताया कि चीनी अधिकारियों ने तिब्बत की उस राजनीतिक कैदी नोरज़िन वांग़्मो को रिहा कर दिया है, जिन्हें २०२० में गिरफ्तार किया गया था। वाग्मो को एक तिब्बती द्वारा आत्मदाह कर लिए जाने की खबर सार्वजनिक करने के आरोप में तीन साल की सजा सुनाई गई थी। उस तिब्बती ने चीन की दमनकारी नीतियों के विरोध में आत्मदाह कर लिया था।
तिब्बती सूत्र ने बताया कि ‘नोरज़िन वांग्मो को ०२ मई को काइगुडो की जेल से अप्रत्याशित रूप से रिहा कर दिया गया, जहां वह तीन साल की सजा भुगत रही थी।‘ सुरक्षा कारणों से अपनी पहचान उजागर करने से इनकार करते हुए इस तिब्बती सूत्र ने बताया कि ‘जेल में गंभीर यातना और बीमारी के उपचार में कमी के कारण वह मुश्किल से अपने पैरों पर खड़ी हो सकती है।‘
सूत्र ने कहा, ‘वर्तमान में उनका इलाज घर पर ही किया जा रहा है क्योंकि उन्हें इलाज के लिए अस्पतालों तक जाने की अनुमति नहीं है। चीनी सरकार द्वारा उसकी अभी भी बारीकी से निगरानी की जाती है।‘ किंघई प्रांत के युशुल (चीनी- युशु) तिब्बती स्वायत्त प्रिफेक्चर के खाम क्येगुडो की निवासी वांग्मो पर आरोप लगाया गया था कि उसने प्रीफेक्चर के ही चुमारलेब (कुमलाई) काउंटी में तेनज़िन शेरब द्वारा मई २०१३ में किए गए आत्मदाह के बारे में जानकारी सार्वजनिक कर दी थी।
वाग्मो शादीशुदा हैं और उसके तीन बच्चे हैं। उन्हें बहुत ही गुप्त तरीके से की गई सुनवाई के बाद मई २०२० में सजा सुनाई गई थी। उसके परिवार को लगातार अनुरोधों के बावजूद भी जेल में उनसे मिलने की अनुमति नहीं दी गई थी। चीनी सरकार द्वारा लगाए गए तिब्बत में सख्त प्रतिबंध और कठोर नीतियों के कारण वांग्मो का मामला उनकी गिरफ्तारी के २० महीने बाद तक भी निर्वासित तिब्बती समुदाय तक नहीं पहुंचा।
इस मामले से अच्छी तरह से वाकिफ निर्वासन में रह रहे एक अन्य तिब्बती ने बताया कि ‘गिरफ्तारी से पहले उनसे स्थानीय पुलिस द्वारा लगभग २० घंटे तक पूछताछ की गई थी।‘ सूत्र ने कहा, ‘उसके हाथ और पैर दोनों बेडि़यों में जकड़े हुए थे और उसके परिवार को उन्हें जेल ले जाने से कुछ मिनट पहले ही उन्हें देखने की अनुमति दी गई थी। उनके परिवार के लोगों ने उनके लिए जो कपड़े और अन्य सामान लाए थे, वह भी वापस कर दिया गया था।‘