tibet.net
धर्मशाला। सीटीए के धर्म एवं संस्कृति विभाग ने चीनी सरकार के खिलाफ १९८९ के शांतिपूर्ण विरोध-प्रदर्शनों में भाग लेने वाले तिब्बती प्रदर्शनकारियों द्वारा किए गए बलिदान की याद में प्रार्थना सभा का आयोजन किया था।
१९८९ के प्रदर्शन की स्मृति में प्रार्थना सेवा में कार्यवाहक मुख्य न्यायिक आयुक्त कर्मा दमदुल, स्पीकर खेंपो सोनम तेनफेल, सिक्योंग पेन्पा त्सेरिंग, डिप्टी स्पीकर डोल्मा छेरिंग, न्यायिक आयुक्त तेनज़िन लुंगटोक, कालोन थरलाम डोल्मा, कालोन नोरज़िन डोल्मा, संसदीय स्थायी समिति के सदस्य, विभिन्न विभागों के सचिवों और नामग्याल मठ के भिक्षुओं के साथ- साथ सीटीए के कर्मचारियों ने भाग लिया।
०८ मार्च की प्रार्थना सेवा की शुरुआत १९८९ में उस समय हुई, जब तिब्बती राष्ट्रीय जनक्रांति दिवस की ३०वीं वर्षगांठ मनाने के लिए भिक्षुओं, भिक्षुणियों और आम लोगों की समूह सड़कों पर उतर आया था। इसके बाद चीनी अधिकारियों द्वारा ०८ मार्च को मार्शल लॉ लागू करने के बाद सैकड़ों शांतिपूर्ण तिब्बती प्रदर्शनकारियों को मार दिया गया था। तब से केंद्रीय तिब्बती प्रशासन इस आयोजन को मनाने के लिए प्रतिवर्ष एक प्रार्थना सभा का आयोजन कर रहा है। हालांकि, सीटीए ने इस बार रूस द्वारा जारी आक्रमण के बीच यूक्रेन के अंदर शांति और स्थिरता के लिए भी प्रार्थना की।