( दलाई लामा ने भिक्षुओं से संयम बरतने को कहा)
धर्मशाला ,16 अप्रैल । तिब्बत के उत्तरी पूर्वी नाबा के कीर्ति गुम्पा मे स्थिति पूरी तरह गम्भीर बना हुई है। इस गुम्पा को चीनी सेना ने चारों ओर से पूरी तरह घेर लिया है तथा गुम्पा में रह रहे 2500 भिक्षुओं को आवश्यक खाघ सामग्री और पीने के पानी की आपूर्ति को भई रोक दिया गया है।
तिब्बतियन गुरु महामहिम दलाई लामा द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि स्थानीय चीन प्रशासन द्वारा जारी अवरोध 16 मार्च को उस समय शुरु हुआ जब कीर्ति गुम्पा के एक युवा भिक्षु ने अपने आपको आग लगा कर आत्मदाह करने का प्रयास किया। इस भिक्षु ने 2008 के शांति मार्च की तीसरी वर्षगांठ पर विरोध प्रदर्शन किया था। चीनी सैनिकों ने उसे बचाने के बजाय , इसे पीटना शुरु कर दिया, जिससे इस भिक्षु की मौत हो गई । इससे सारे भिक्षु समुदाय में गुस्सा फैल गया औऱ चीन सरकार ने कीर्ति गुम्पा को चारों ओर से घेर लिया तथा आने जाने वाले रास्तों पर अवरोध खडे कर दिए। महामहिम दलाई लामा ने इस स्थिति पर गहरी चिंता प्रकट करते हुए कहा है कि ऐसी ही स्थिति बनी रही तो यह विस्फोटक हो सकती है । इस स्थिति के मददेनजर दलाई लामा ने भिक्षुओं और गुम्पा के आसपास रहे तिब्बती समुदाय से संयम बरतने के लिए कहा है ताकि चीनी सैनिकों को उनके खिलाफ कोई भी ज्यादती करने के अवसर को टाला जा सके। महामहिम दलाई लामा ने अंतराष्ट्रीय समुदाय औऱ विश्व की सरकारों से भी अपील की है कि वे इस समस्या के हल के लिए अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर चीन सरकार से संयम बरतने के लिए कहें।
कीर्ति गोम्पा में 2500 भिक्षु चीनी सेना के घेरे में ।
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