tibet.net / कैनबरा। ११वें पंचेन लामा गेधुन चोएक्यी न्यिमा के जबरन गायब होने की २७ वीं वर्षगांठ पर ऑस्ट्रेलिया तिब्बत परिषद (एटीसी) ने १७मई को ‘ओवरकमिंग ऑब्स्टेकल: प्रोटेक्टिंग तिब्बतन रिलिजियस आइडेंटिटी (बाधाओं पर काबू: तिब्बती धार्मिक पहचान की रक्षा)’ शीर्षक से तिब्बती धार्मिक पहचान पर प्रणालीगत हमले पर अपनी नई रिपोर्ट सिडनी स्थित एनएसडब्ल्यू स्टेट पॉर्लियामेंट में जारी की।
सिक्योंग पेन्पा छेरिंग ने इस अवसर पर एक वीडियो संदेश भेजा जिसमें ११वें पंचेन लामा के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए ऑस्ट्रेलिया तिब्बत परिषद, एनएसडब्ल्यू राज्य विधायिका और तिब्बती समुदाय के सदस्यों को धन्यवाद दिया गया। ११वें पंचेन लामा का १९९५ में छह साल की छोटी उम्र में चीनी अधिकारियों द्वारा अपहरण कर लिया गया था। उन्होंने कहा, ‘पंचेन लामा का जबरन गायब किया जाना कई अन्य तिब्बती राजनीतिक कैदियों के मामलों की एक बानगी भर है, जो विभिन्न जेलों में यातना और कैद काट रहे हैं। इसलिए, हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय से पंचेन रिनपोछे गेधुन चोएक्यी न्यिमा के बारे में अधिक जागरूकता पैदा करने और विश्व समुदाय से पंचेन रिनपोछे के ठिकाने और उनकी सेहत के बारे में बताने और उन्हें धार्मिक नेतृत्व वापस करने के लिए चीनी सरकार पर दबाव डालने में मदद करने का अनुरोध करना हैं, जिसके लिए ही वह पैदा हुए हैं।‘
एनएसडब्ल्यू लेजिस्लेटिव असेंबली की सदस्य माननीया जेमी पार्कर ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए परम पावन दलाई लामा के प्रतिनिधि कर्मा सिंगे और एनएसडब्ल्यू के तिब्बती समुदाय के साथ इस महत्वपूर्ण रिपोर्ट को जारी करने में शामिल हुईं। यह रिपोर्ट तिब्बती बौद्ध धर्म को नष्ट करने और बौद्ध धर्म का चीनीकरण करने के चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) के प्रयासों को रेखांकित करती है।
प्रतिनिधि कर्मा सिंगे ने तिब्बती धार्मिक पहचान पर चीनी सरकार के हमले पर रिपोर्ट लाने के लिए ऑस्ट्रेलिया तिब्बत परिषद के प्रति आभार प्रकट किया।
उन्होंने इस नई रिपोर्ट के महत्व पर जोर देते हुए कहा, ‘यह व्यापक रिपोर्ट न केवल तिब्बत के अंदर की वास्तविक स्थिति के बारे में जागरूकता बढ़ाएगी, बल्कि ऑस्ट्रेलियाई सरकार से तिब्बत में चीनी सरकार की दमनकारी नीतियों पर नीतिगत स्थिति अपनाने का आग्रह करने के लिए एक शक्तिशाली सिफारिश के रूप में भी काम करेगी।‘
उन्होंने आगे ऑस्ट्रेलियाई नेताओं, तिब्बत समर्थक समूहों और तिब्बत के मित्रों को धन्यवाद दिया, जो तिब्बत के न्यायसंगत मुद्दों का समर्थन करना जारी रखे हुए हैं। उन्होंने कहा, ‘तिब्बती लोगों की दुर्दशा के बारे में आपकी समझ और आपका निरंतर समर्थन हमें अपना संघर्ष जारी रखने के लिए प्रोत्साहित करता है और हमें भविष्य के लिए आशा की किरण प्रदान करता है।‘
एक पूर्व तिब्बती राजनीतिक कैदी और गु-चू-सम आंदोलन के पूर्व अध्यक्ष येशी टोगडेन ने जेल में चीनी सरकार के प्रति अपने प्रतिरोध और तिब्बत में हो रहे मानवाधिकारों के हनन के बारे में बात की।
कार्यक्रम का समापन एनएसडब्ल्यू तिब्बती समुदाय के दो युवा तिब्बतियों द्वारा गाए गए एकता गीत और चीनी कैद से ११वें पंचेन लामा की लंबी उम्र और तत्काल रिहाई के लिए प्रार्थना के साथ हुआ।