तिब्बत.नेट, 6 दिसंबर, 2018
कैनबरा। सेंट्रल तिब्बतन एडमिनिस्ट्रेशन (सीटीए) के राष्ट्रपति डॉ. लोबसांग सांगेय ने ऑस्ट्रेलियाई संसद के कल आयोजित ‘थैंक यू ऑस्ट्रेलिया’ कार्यक्रम की अध्यक्षता की। यह कार्यक्रम सेंट्रल तिब्बतन एडमिनिस्ट्रेशन (सीटीए) के ‘थैंक यू ईयर कैंपेन’ का एक हिस्सा है, जिसका आयोजन तिब्बत-ऑस्ट्रेलिया ऑफिस द्वारा किया गया।
इस कार्यक्रम में विशेष अतिथि सांसद केन व्याट एएम, स्वदेशी स्वास्थ्य मंत्री और सांसद माइकल डेंबी और तिब्बत के लिए ऑस्ट्रेलियाई संसदीय समूह के सह अध्यक्ष वारेन एनस्टेक, ऑस्ट्रेलियाई ग्रीन पार्टी के नेता सीनेटर रिचर्ड डि नाताले, पूर्व रक्षामंत्री केविन एंड्रयूज, पूर्व विदेशमंत्री गैरेथ इवांस और ऑस्ट्रेलियाई प्रतिनिधि सभा के पूर्व अध्यक्ष पीटर स्लीपर भी मौजूद थे।
इस सम्मान समारोह में ऑस्ट्रेलियाई संसद के लगभग 15 सदस्यों और 50 सम्मानित गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। स्थानीय तिब्बती संघों के अध्यक्ष, 100 से अधिक तिब्बती गणमान्य हस्तियां और कैनबरा तिब्बती समुदाय के सदस्य भी इस कार्यक्रम में उपस्थित थे।
इस कार्यक्रम में बोलते हुए डॉ. सांगेय ने 60 साल पहले परम पावन दलाई लामा और तिब्बती लोगों द्वारा की गई कठिन यात्रा का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि परम पावन के 60 वर्षों के निर्वासन के बाद भी तिब्बती संघर्ष की ताकत और धीरज बरकरार है। उन्होंने कहा कि यह सब तिब्बती लोगों और ऑस्ट्रेलियाई सरकार और उसके लोगों जैसे वैश्विक समुदाय के समर्थन और दोस्ती से संभव हुआ है।
तिब्बती लोगों और तिब्बत मुद्दे के प्रति अगाध समर्थन के लिए सांगेय ने ऑस्ट्रेलिया सरकार और वहां की जनता के प्रति अपना हार्दिक आभार प्रकट किया। ज्ञातव्य है कि आस्ट्रेलियाई संसद में तिब्बत पर चर्चा और तिब्बत पर लगभग 2200 बयान आ चुके हैं। इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने तिब्बत के पूर्व राजनीतिक कैदियों को अपने यहां शरण देने के लिए विशेष प्रावधान किए हैं। सांगेय ने ऑस्ट्रेलिया के इस अनुकरणीय समर्थन के लिए और 2300 तिब्बतियों को शरण देने के लिए भी ऑस्ट्रेलिया की जनता और सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया। इन 2300 तिब्बतियों में से 1363 पूर्व तिब्बती राजनीतिक कैदी हैं। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया ने ‘पालन करने के लिए एक अच्छा रिकॉर्ड’ बनाया है।
विशिष्ट अतिथि स्वदेशी स्वास्थ्य मंत्री माननीय केन व्याट ने तिब्बतियों और ऑस्ट्रेलिया के मूल निवासियों की स्थिति में समानता को चिह्नित किया। उन्होंने कहा कि यह आत्मीयता स्वाभाविक रूप से तिब्बती लोगों के लिए उनके मजबूत समर्थन का आह्वान करती है और उन्हें समझ में आता है कि तिब्बती लोग अपनी पहचान को बनाए रखने के लिए क्यों संघर्ष जारी रखे हुए हैं। यही कारण है कि तिब्बत मुद्दे पर वह उनका निरंतर समर्थन सुनिश्चित करते हैं।
स्वतंत्रता, सत्य और न्याय के प्रति ग्रीन पार्टी की प्रतिबद्धता और इसी कारण से तिब्बत के लिए समर्थन व्यक्त करते हुए ऑस्ट्रेलियाई ग्रीन पार्टी के नेता सीनेटर रिचर्ड डि नताली ने बताया कि पार्टी के पूर्व नेता बॉब ब्राउन ऑस्ट्रेलियाई संसद में तिब्बत के प्रति एक उत्साही समर्थक और बुलंद आवाज हैं। उन्होंने चीन के साथ तिब्बत के द्विपक्षीय संबंधों की स्थापना और इसमें सुधार के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि हालांकि द्विपक्षीय संबंध को तिब्बत के समर्थन में आवाज की चुप्पी नहीं समझा जाना चाहिए।
अपने संबोधन में अन्य अतिथि सांसदों और सीनेटरों ने सत्य और न्याय के मूल्यों और सिद्धांतों के लिए खड़े होते हुए तिब्बत के लिए अपना समर्थन व्यक्त किया, जिसमें वे दृढ़ता से विश्वास करते हैं। उन्होंने यह भी खुलासा किया कि ऑस्ट्रेलिया में तिब्बत के लिए समर्थन पूरे राजनीतिक घेरेबंदी से परे और विभिन्न राजनीतिक दलों में समान रूप से है।
तिब्बती सांसद क्यिज़ोम डोंगडू ने ऑस्ट्रेलिया में चीन के बढ़ते प्रभाव पर चिंता व्यक्त की, जिसके कारण चीन को लेकर भी चर्चा हुई। तिब्बत और तिब्बती लोगों के इतिहास को रखते हुए उन्होंने कहा कि तिब्बतियों को चीन की बेहतर समझ और ज्ञान का अनुभव है। उसने तिब्बती लोगों की सहायता और सहायता के लिए ऑस्ट्रेलिया और उसके लोगों का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में डॉ. सांगेय ने मंत्री केन व्याट को ‘थैंक यू ऑस्ट्रेलिया मोमेंटो’ भेंट किया। प्रतिनिधि ल्हाक्पा त्शोको ने धन्यवाद ज्ञापन किया और ऑस्ट्रेलियाई तिब्बती समुदाय के सदस्यों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति भी दी गई।