तिब्बत.नेट, 10 फरवरी, 2019
केप टाउन। दक्षिण अफ्रीका के दिग्गज नेता और इंकाथा फ्रीडम पार्टी के संस्थापक अध्यक्ष ने सीटीए के राष्ट्रपति डॉ. लोबसांग सांगेय की दक्षिण अफ्रीका यात्रा के दौरान स्वागत करने के लिए इस सप्ताह एक समारोह आयोजित किया। राष्ट्रपति डॉ सांगेय ने पिछले साल फरवरी में पहली बार महामहिम प्रिंस मैंगोसुथु बुटेलेजी के नेतृत्व में इंकाथा फ्रीडम पार्टी के निमंत्रण पर इस देश का दौरा किया था।
तिब्बती राष्ट्रपति के स्वागत में आयोजित समारोह में बोलते हुए एमपी प्रिंस बुटेलेजी ने कहा, ‘मैं तिब्बत प्रशासन के सिक्योंग डॉ. लोबसांग सांगेय का स्वागत करते हुए खुद को सम्मानित महसूस कर रहा हूं, जो दक्षिण अफ्रीका में परमपावन दलाई लामा के प्रतिनिधि श्री न्गोदूप दोरजी के साथ हमारे देश में आए हुए हैं।
उन्होंने कहा ‘महामहिम तिब्बती राष्ट्रपति कुल साठ लाख लोगों की आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करते हैं। यह सही है कि आप हमसे मिलने यहां तक आए, जिससे हम लोकतंत्र, स्वतंत्रता और शांति के लिए वैश्विक संघर्ष के बारे में बात कर पाए हैं। यहां आपकी मौजूदगी हमें हमारे संविधान के सिद्धांतों और मूल्यों की याद दिलाती है।
प्रिंस बुटेलेजी ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका और तिब्बत के लोग ‘साझा मूल्यों और उदार लोकतंत्र में विश्वास करते हैं।‘ उन्होंने कहा, ‘जहां कहीं भी हम उस लक्ष्य को आगे बढ़ा सकते हैं, हमें ऐसा करना चाहिए।‘
‘वास्तविकता यह है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने स्वतंत्रता के लिए दक्षिण अफ्रीका के संघर्ष का समर्थन किया था अब उसे तिब्बत के लिए संघर्ष का समर्थन करना चाहिए।‘
उन्होंने आग्रह किया कि दक्षिण अफ्रीकी लोगों को तिब्बत के बारे में तथ्यों से अवगत कराया जाना चाहिए और तिब्बत के बारे में सच्चाई तक उनकी पहुंच होनी चाहिए।
‘पिछले दशकों में, दक्षिण अफ्रीकी सरकार ने दलाई लामा को 3 बार प्रवेश देने से इनकार किया है। जिसके लिए मैंने सरकार को अदालत के कठघरे में खड़ा कर दिया। हमारे लोगों की तिब्बत के बारे में सच्चाई की कोई जानकारी नहीं है।‘
तिब्बत में स्वतंत्रता और अधिकारों के व्यवस्थित दमन पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि ‘कितने लोग जानते हैं कि तिब्बत सीरिया के बाद दुनिया में सबसे कम आजाद क्षेत्र है। तिब्बत के खनिज संसाधनों का चीन के द्वारा दोहन और शोषण के बारे में कितने जानते हैं? जिससे भूमि, जल और वायु प्रदूषित हो रही है। कितने लोगों को पता है कि स्वतंत्रता की कमी से हताश लोगों ने इतनी बड़ी संख्या में तिब्ब्त में आत्मदाह कर लिया है?
उन्होंने पिछले साल सीटीए के राष्ट्रपति की दक्षिण अफ्रीका की यात्रा की चीन की ‘विचित्र’ आलोचना का विरोध किया। ‘सौभाग्य से चीन के तिब्बत विरोधी दुष्प्रचार के बारे में वैश्विक समुदाय में बहुत की कम उत्सुकता और रुचि रह गई है।‘
प्रिंस बुटेलेज़ी ने वर्णन किया कि दक्षिण अफ्रीका विशेष रूप से अस्थिर राजनीतिक अध्याय से गुजर चुका है जिसने देश को ‘अनिश्चितता की स्थिति’ में फेंक दिया था, और सार्वजनिक चुनाव के साथ दक्षिण अफ्रीका के लिए बहुत कुछ दाव पर लगा हुआ है।
उन्होंने कहा, ‘इंकाथा फ्रीडम पार्टी ने उम्मीद बनाए रखने और सामाजिक सामंजस्य कायम करने के लिए एक ठोस कदम निर्धारित किया है। हम अपने देश को भ्रष्टाचार और आर्थिक संकट से बचाने के लिए दृढ़ हैं।‘ इंकाथा पार्टी इस साल 10 मार्च को तिब्बत के राष्ट्रीय विद्रोह दिवस की 60वीं वर्षगांठ के अवसर पर अपना चुनावी घोषणा पत्र लॉन्च करेगी।
उन्होंने तिब्बती नव वर्ष पर शुभकामनाएं दीं और सीटीए के फाइव-फिफ्टी विजन के लिए अपना समर्थन व्यक्त किया। उन्हों ने कहा कि, ‘लेकिन इस साल जो भी हो, हम इसे स्वतंत्रता के चैंपियन के रूप में एक साथ आगे ले जाएंगे।‘
बैठक की पूरी व्ययवस्था सुश्री करेन फिट्जगेराल्ड ने की थी।