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भंडारा, महाराष्ट्र। 1 मार्च 2022 को नई दिल्ली स्थित भारत-तिब्बत समन्वय केंद्र ने नागपुर के तिब्बत समर्थक समूह के बीच एक बैठक का आयोजन किया था। इस बैठक में कोर ग्रुप के सह-संयोजक अरविंद निकोसे, आईटीसीओ के समन्वयक जिग्मे त्सुल्ट्रिम, तिब्बतन सेटलमेंट अधिकारी कलसांगि ऋछोह, तिब्बती महिला संघ के उपाध्यक्ष छेरिंग डोल्मा, कोर ग्रुप के क्षेत्रीय संयोजक, भारत-तिब्बत मैत्री संघ के महिला विंग के सदस्य, भारत-तिब्बत सहयोग आंदोलन तथा समता सैनिक दल के सदस्य ने भाग लिया था।
इस अवसर पर समन्वयक जिग्मे त्सुल्ट्रिम द्वारा अतिथियों का परिचय के बाद अरविंद निकोसे ने तिब्बत मुद्दे पर अपने विचार प्रस्तुत किया। अपने संबोधन में तिब्बती महिला संघ के उपाध्यक्ष छेरिंग डोल्मा ने महिला संगठन के परिचय, इतिहास तथा उद्देश्य के बारे में जानकारी दी।
कार्यक्रम के समापन में कलसांग ऋछोह ने सभी प्रतिभागियों का आभार प्रकट करते हुए नोर्गीलिंग तिब्बती बस्ती के बारे में विस्तार से जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि वर्ष १९७२ में स्थापित इस बस्ती की शुरुआती समय में तिब्बतियों को यहां की गर्मियों से कई कठिनाई हुई थी। उन्होंने अपने जीवन के बारे में बताते हुए कहा कि वह छह वर्ष की उम्र में तिब्बत से भारत में शरण लिया था।