१३ अक्तूबर, २०२२
दिल्ली।भारत-तिब्बत समन्वय कार्यालय (आईटीसीओ), नई दिल्ली ने १२अक्तूबर २०२२को दिल्ली विश्वविद्यालय के दिल्ली स्कूल ऑफ जर्नलिज्म में तिब्बत जागरूकता सह ब्रीफिंग सत्र का आयोजन किया। इस सत्र का नेतृत्व आईटीसीओ की समन्वयक (कार्यवाहक) ताशी देकी ने कार्यक्रम अधिकारी चोनी छेरिंग के साथ किया।
इस सत्र में भारत तिब्बत समन्वय कार्यालय, नई दिल्ली द्वारा मीडिया छात्रों के लिए तिब्बत पर आयोजित वार्षिक आउटरीच कार्यक्रम के तहत १९ से २१अक्तूबर २०२२तक धर्मशाला के आगामी शैक्षिक यात्रा कार्यक्रम में प्रतिभागिता करने वाले दिल्ली स्कूल ऑफ जर्नलिज्म के छात्रों और संकाय सदस्यों ने हिस्सा लिया।
शैक्षिक यात्रा कार्यक्रम का स्वागत और समर्थन करनेवाले दिल्ली स्कूल ऑफ जर्नलिज्म के निदेशक प्रो. जे.पी. दुबे की उपस्थिति से सत्र की शोभा बढ़ गई। प्रो. दुबे ने शुरुआत में ही इसका स्वागत किया था। सत्र के दौरान संकाय सदस्य रजत अभिनव और शिप्रा राज भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर आईटीसीओ की समन्वयक (कार्यवाहक) ताशी देकी ने छात्रों और संकाय सदस्यों को भारत-तिब्बत समन्वय कार्यालय के बारे में जानकारी दी। उन्होंने तिब्बत के अंदर की मौजूदा स्थिति, भारत-तिब्बत संबंधों और भारत के लिए तिब्बत के महत्व पर प्रकाश डालते हुए तिब्बत के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
आईटीसीओ के कार्यक्रम अधिकारी चोनी छेरिंग ने प्रतिभागियों को आगामी शैक्षणिक भ्रमण कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी। उन्होंने उन्हें तीन दिवसीय कार्यक्रम, कार्यक्रम के दौरान क्या करें और क्या न करें और कार्यक्रम के संबंध में तैयारियों के बारे में संक्षेप में बताया।
शैक्षिक यात्रा कार्यक्रम के उद्देश्य पर भी प्रतिभागियों को विस्तार से बताया गया, जिसके बाद प्रश्नोत्तर का आयोजन किया गया। इसमें छात्र तिब्बत के बारे में जानने को बहुत उत्सुक दिखे और उन्होंने कई सवाल उठाए, जिनका आईटीसीओ की टीम ने जवाब दिया।
तिब्बत के बारे में जानकारी रखने के लिए प्रतिभागियों को तिब्बत से संबंधित किताबें और पर्चे भी वितरित किए गए।
समन्वयक (कार्यवाहक) ताशी देकी ने सत्र आयोजित करने का अवसर प्रदान करने के लिए प्रोफेसर जे.पी. दुबे के प्रति धन्यवाद व्यक्त किया और उनको खटक (तिब्बती सफेद दुपट्टा) और तिब्बत पर किताबें भेंट की। इसके साथ ही सत्र का समापन हुआ।