पंजाब केसरी, 22 जून 2015
मैक्लोडगंज: नोबेल शांति पुरस्कार विजेता धर्मगुरु दलाईलामा के 80वें जन्मदिवस पर उनकी दीर्घ आयु के लिए बौद्ध मठ में तेंशू प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया।
तिब्बती बौद्ध मठ चुगंला खांग में धर्मगुरु दलाईलामा तेंजिन ग्यात्सो के जन्मदिन की वर्षगांठ समारोह के दौरान निर्वासित सरकार के कैबिनेट प्रमुख डा. लोबसांग सांग्ये सहित केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के पदाधिकारियों व निर्वासित संसद के सभी सांसदों ने धर्मगुरु दलाईलामा को उनके 80वें जन्मदिन पर बधाई दी तथा धर्मगुरु से आशीर्वाद लिया। बौद्ध मठ में आयोजित समारोह के दौरान मुख्यातिथि के तौर पर अरुणाचल के मुख्यमंत्री नवाम तुकी, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरण रिज्जु, भारत सरकार के संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री महेश शर्मा, सॉक्या रिपोंछे, गान्देंयन ठिपा रिपोंछे व करमापा लामा त्रिनेल उग्येन दोरजे व धर्मगुरु दलाईलामा के निजी रिश्तेदारों ने भी धर्मगुरु के जन्मदिन पर उन्हें बधाई दी।
अपने 80वें जन्मदिन के अवसर पर धर्मगुरु दलाईलामा ने कहा कि मैं आज अपने जन्मदिन पर खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि मेरी सेहत अच्छी होने पर मैं 100 साल जीने की इच्छा रखता हूं। धर्मगुरु दलाईलामा ने यह भी कहा कि जब तक मैं जीऊं गा तब तक अपने जीवन में धार्मिक सद्भावना और मानव मूल्यों के प्रति कार्य करता रहूंगा। बौद्ध मठ में धर्मगुरु दलाईलामा के जन्मदिन पर हजारों की संख्या में तिब्बती व स्थानीय और विदेशी बौद्ध समर्थकों ने धर्मगुरु की छवि को निहारा।
इस दौरान केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिज्जु ने कहा कि मैं जब 2008 में धर्मगुरु दलाईलामा से मिलने के लिए पहली बार धर्मशाला आया था तो उस दौरान मैं धर्मगुरु दलाईलामा की छवि से बहुत प्रभावित हुआ। उन्होंने कहा कि धर्मशाला में निर्वासन का जीवन जी रहे तिब्बतियों को धर्मगुरु दलाईलामा के जीवन से कुछ सीख लेनी चाहिए।
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