tibet.net / परम पावन १४वें दलाई लामा को नोबेल शांति पुरस्कार प्रदान करने की ३२वीं वर्षगांठ १० दिसंबर २०२१ को दुनिया भर में मनाई गई। इसी तरह, भारत में तिब्बत समर्थक समूहों ने भी इस दिन को धूमधाम और उल्लास के साथ मनाया और साथ ही साथ तिब्बत के मुद्दे को आम जनता के सामने उजागर करने के लिए गतिविधियों और कार्यक्रमों का आयोजन किया। इस दिन को अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।
गुजरात के अहमदाबाद में ‘इंडिया-तिब्बत फ्रेंडशिप सोसाइटी (आईटीएफएस)’ ने तिब्बती स्वेटर मार्केट एसोसिएशन के सहयोग से इस अवसर पर ‘रिवरफ्रंट तिब्बती स्वेटर मार्केट’ में एक कार्यक्रम का आयोजन किया। अहमदाबाद नगर निगम के महापौर श्री किरीटभाई परमार और एमजे पुस्तकालय के सदस्य श्री हेमंत भट्ट ने मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथि के रूप में कार्यक्रम में भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान आईटीएफएस अहमदाबाद के कार्यकारी और कोर ग्रुप फॉर तिब्बतन कॉज-इंडिया के क्षेत्रीय संयोजक डॉ. महेंद्र संघपाल और डॉ.अमित ज्योतिकर अन्य तिब्बत समर्थकों और तिब्बती स्वेटर विक्रेताओं के साथ कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
राजस्थान के जोधपुर में तिब्बती स्वेटर मार्केट एसोसिएशन के साथ आईटीएफएस ने इस दिन को एक कार्यक्रम आयोजित किया, जिसकी अध्यक्षता आईटीएफएस जोधपुर जिला अध्यक्ष श्रीमती रेशम बाला ने की। तिब्बती स्वेटर मार्केट एसोसिएशन की अध्यक्षा सुश्री कलसांग ने तिब्बती शरणार्थियों को समर्थन और सहयोग के लिए जोधपुर के लोगों को धन्यवाद दिया।
झारखंड के हजारीबाग में कोर ग्रुप फॉर तिब्बतन कॉज- इंडिया के क्षेत्रीय संयोजक श्री सुदेश कुमार के नेतृत्व में आईटीएफएस ने एक कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें सैकड़ों बुद्धिजीवियों और तिब्बत समर्थकों ने भाग लिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विनोबा भावे विश्वविद्यालय हजारीबाग के कुलसचिव डॉ. बंसीधर रुखैयार थे।
बिहार के मुजफ्फरपुर में आईटीएफएस ने इस अवसर पर एम.पी.एस. साइंस कॉलेज में कोर ग्रुप फॉर तिब्बतन कॉज- इंडिया के राष्ट्रीय सह-संयोजक श्री सुरेंद्र कुमार के नेतृत्व में ‘मानव अधिकार और तिब्बत’ शीर्षक से एक संगोष्ठी का आयोजन किया।
कर्नाटक के मैसूर में आईटीएफएस सदस्य और कोर ग्रुप फॉर तिब्बतन कॉज- इंडिया के क्षेत्रीय संयोजक श्री जे.पी.उर्स ने मैसूर तिब्बती छात्रसंघ और तिब्बत समर्थकों के साथ मिलकर इस दिन को मनाया।
महाराष्ट्र के भंडारा में आईटीएफएस ने प्रमुख स्थानीय गणमान्य नागरिकों, तिब्बत समर्थकों और तिब्बती स्वेटर विक्रेताओं की उपस्थिति में यह दिन मनाया। आईटीएफएस नागपुर के अध्यक्ष श्री अमृत बंसोड़ ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की और सदस्यों ने परम पावन दलाई लामा के लंबे जीवन और अच्छे स्वास्थ्य और तिब्बत मुक्ति साधना की सफलता के लिए प्रार्थना की।
कोर ग्रुप फॉर तिब्बतन कॉज- इंडिया के क्षेत्रीय संयोजक और आईटीएफएस नागपुर के सदस्य श्री संदेश मेश्राम ने इस शुभ अवसर पर कर्नाटक के मुंडगोड तिब्बती सेटलमेंट से ‘तिब्बत की आजादी, भारत की सुरक्षा’ के संदेश के साथ ‘जनजागरण साइकिल यात्रा (दक्षिण भारत)’ की शुरुआत की। साइकिल यात्रा दक्षिणी राज्यों- कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी से होते हुए लगभग २४०० किलोमीटर की दूरी तय करेगी और १२ जनवरी २०२२ को बेंगलुरु, कर्नाटक में समाप्त होगी।
दिल्ली में भारत-तिब्बत सहयोग मंच (बीटीएसएम) ने इस अवसर पर तिब्बत में मानवाधिकारों के उल्लंघन को उजागर करने और तिब्बत को कम्युनिस्ट चीन की बुरी पकड़ से मुक्त करने के लिए ‘मानवाधिकार बाइक रैली’ का आयोजन किया। माननीय सांसद श्री दुष्यंत गौतम ने सदैव अटल स्थल से रैली को झंडी दिखाकर रवाना किया जो मजनुं का टीला तिब्बती कॉलोनी में संपन्न हुई। इसके बाद सदस्य परम पावन १४वें दलाई लामा को नोबेल शांति पुरस्कार प्रदान करने की ३२वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। शाम को बीटीएसएम ने अंतरराष्ट्रीय स्तर का एक वेबिनार आयोजित किया जिसमें कई देशों के वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किए।
अरुणाचल प्रदेश के बोमडिला और तवांग में भारत-तिब्बत सहयोग मंच ने स्थानीय लोगों के साथ क्रमशः बोमडिला जिला मुख्यालय और तवांग मठ में परम पावन १४वें दलाई लामा को नोबेल शांति पुरस्कार प्रदान किए जाने की ३२वीं वर्षगांठ मनाई।
उत्तर प्रदेश के मेरठ में अंतरराष्ट्रीय भारत-तिब्बत सहयोग समिति (एबीटीएसएस) ने सरस्वती शिशु मंदिर, कंकरखेड़ा में परम पावन दलाई लामा पर चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया, जिसमें १२ स्कूलों ने भाग लिया। एबीटीएसएस के कार्यकारी और कोर ग्रुप फॉर तिब्बतन कॉज-इंडिया के क्षेत्रीय संयोजक श्री रवि बख्शी, श्री मुकेश गुप्ता, श्री आशीष अग्रवाल और श्री शील वर्धन ने बहुत ही सुनियोजित तरीके से कार्यक्रम का सफलतापूर्वक प्रबंधन किया।
पश्चिम बंगाल के सालुगाड़ा में ‘हिमालयन कमेटी फॉर एक्शन ऑन तिब्बत (हिमकैट)’ ने कालचक्र फोडंग में इस दिन को मनाया। इस अवसर पर हिमकैट के अध्यक्ष वेन लामा चोस्फेल ज़ोटपा और हिमकैट के महासचिव श्री सोनम लुंडुप लामा ने स्कूली बच्चों और हिमालयन बौद्ध सांस्कृतिक स्कूल के कर्मचारियों के साथ उपस्थित थे।
सिक्किम के गंगटोक में कोर ग्रुप फॉर तिब्बतन कॉज-इंडिया के क्षेत्रीय संयोजक श्री पेमा वांगदा भूटिया ने तिब्बती सेटलमेंट कार्यालय द्वारा आयोजित परम पावन १४वें दलाई लामा को नोबेल शांति पुरस्कार प्रदान करने की ३२वीं वर्षगांठ में भाग लिया। इस कार्यक्रम में सिक्किम सरकार के कई गणमान्य हस्तियों ने भी भाग लिया।
कर्नाटक के बेंगलुरु में बीटीएसएम और आईटीएफएस सदस्यों सहित बेंगलुरु में भारतीय तिब्बत समर्थक समूहों ने ‘बीजिंग ओलंपिक २०२२ का बहिष्कार करें’ का संदेश देते हुए इस अवसर पर तिब्बती युवा कांग्रेस द्वारा आयोजित बेंगलुरु से दिल्ली तक की बाइक रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इसी तरह, महाराष्ट्र के परभणी और भारत के कई अन्य स्थानों में तिब्बत समर्थक समूहों ने अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के अवसर पर परम पावन १४वें दलाई लामा को नोबेल शांति पुरस्कार प्रदान करने की ३२वीं वर्षगांठ मनाई।