tibet.net / नागचु (चीनी: नाकू) में तिब्बतियों को अपनी ऑनलाइन गतिविधियों की बढ़ती निगरानी का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि प्रीफेक्चर में एक नई निगरानी इकाई स्थापित की गई है। नागचु पब्लिक सिक्योरिटी ब्यूरो ने हाल ही में तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र (टीएआर) के नागचु प्रांत के तिब्बती निवासियों की ऑनलाइन गतिविधियों की बारीकी से निगरानी करने के लिए एक डिजिटल निगरानी इकाई की स्थापना की है।
तब से इस इकाई ने निशाने पर लिए गए तिब्बतियों, विशेष रूप से पार्टी कैडर, साहित्यकारों, शिक्षाविदों और महत्वपूर्ण व्यक्तियों की ऑनलाइन गतिविधियों की नियमित रूप से निगरानी की है। जिन पर ‘अवैध’ ऑनलाइन गतिविधियों की आशंका है, उनकी नियमित रूप से जांच की जाती है क्योंकि यूनिट उनके दैनिक फोन कॉल्स और अन्य संचार माध्यमों की जांच करती है, जिसमें सोशल नेटवर्क साइटों और चैट समूहों पर साझा की गई सामग्री शामिल हैं।
निगरानी इकाई आसानी से तिब्बतियों की ऑनलाइन गतिविधियों की जासूसी, ट्रैक और निगरानी के लिए उच्च तकनीक वाले हार्डवेयर का उपयोग करती है। हमारे स्रोत ने बताया, ‘अधिकारियों ने निशाने पर लिए गए तिब्बतियों के फोन नंबरों को हार्डवेयर डिवाइस में जोड़ना शुरू कर दिया है ताकि उनके सेल फोन की स्वचालित ट्रैकिंग सक्षम हो सके।’ यह मुमकिन है कि नागचु में लागू ‘इलेक्ट्रॉनिक पुलिस राज्य’ के इस मॉडल को जल्द ही तथाकथित तिब्बत स्वायत्त प्रांत के पूरे क्षेत्र में विस्तारित कर दिए जाने की उम्मीद है।
सूत्र ने आगे कहा, ‘चीनी अधिकारियों का मानना है कि टीएआर और तिब्बत की स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए ड्रिरू और नागचु क्षेत्र में स्थिरता सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है। नागचु प्रान्त में ड्रिरू और नागचु काउंटी वर्षों से चीनी सरकार के निशाने पर रहे हैं क्योंकि दमनकारी कानूनों और विनियमों का विरोध करने वाली राजनीतिक विरोध और गतिविधियां यहां अक्सर होती रही हैं। इसलिए इस क्षेत्र में कठोर प्रतिबंध और सख्त नीतियां लागू हैं।
टीएआर के पूर्व कम्युनिस्ट पार्टी सचिव वू यिंगजी और तिब्बत के वर्तमान कम्युनिस्ट पार्टी सचिव वांग जुन्झेंग के साथ हाल के वर्षों में आधिकारिक यात्रा के बाद प्रतिबंधों को और तेज कर दिया गया था। ड्रिरू और नागचु में भी कार्रवाई जारी है।