आईटीसीओ, 17 मई, दिल्ली। कोर ग्रुप फॉर तिब्बतन कॉज़- इंडिया के सदस्यों ने वीडियो संदेशों के माध्यम से तिब्बत के 11वें पंचेन लामा गेधुन चोएक्यी न्यिमा के चीन द्वारा जबरन गायब कर दिए जाने के 25 वर्ष पूरे होने पर पंचेन लामा और उनके परिवार के सदस्यों को चीनी शासन के अवैध कारावास से तुरंत मुक्त करने की मांग की। सदस्यों ने 11वें पंचेन लामा और तिब्बत में अन्य सभी राजनीतिक कैदियों को छोड़ने के लिए भारत सरकार और दुनिया के नेताओं से चीन पर दबाव बनाने का आग्रह किया।
कोर ग्रुप फॉर तिब्बती कॉज़ – इंडिया के राष्ट्रीय संयोजक आर.के. खिरमे ने अपने वीडियो संदेश में कहा कि यह तिब्बत समर्थक समूहों को अच्छी तरह से पता है और दुनिया भर में तिब्बती लोगों को भी पता है कि उनके परम पवित्र 11वें पंचेन लामा गेधुन चोएक्यी न्यिमा रहस्यमय तरीके से 17 मई 1995 को तिब्बत से गायब हो कर दिए गए। ऐसा माना जाता है कि उन्हें चीन की सरकार द्वारा गायब किया गया। परम पवित्र पंचेन लामा परम पावन 14 वें दलाई लामा द्वारा मान्यता प्राप्त तिब्बत के परम श्रद्धेय धार्मिक नेताओं में से एक हैं।
उन्होंने आगे कहा कि हम हर साल चर्चा करते हैं और तिब्बती मुद्दे का समर्थन करते हुए दुनिया भर में लोगों द्वारा चीन सरकार के अवैध और बलपूर्वक हिरासत से 11वें पंचेन लामा को तत्काल रिहा करने बहुत चर्चाएं और मांगें की गई हैं। उन्होंने भारत में तिब्बत समर्थन समूहों के शीर्ष संगठन कोर ग्रुप फॉर तिब्बतन कॉज- इंडिया के राष्ट्रीय संयोजक के रूप में चीन सरकार द्वारा 11वें पंचेन लामा के रहस्यमय ढंग से लापता कर देने की कड़ी निंदा की। उन्होंने दुनिया के नेताओं से 11वें पंचेन लामा के प्रति अपना समर्थन और कृतज्ञता व्यक्त करने का आग्रह किया और दुनिया के सभी नेताओं से अनुरोध किया कि वे चीनी सरकार पर दबाव डालें और 11वें पंचेन लामा को उसकी अवैध और जबरन हिरासत से तुरंत रिहा करने का बंदोबस्त कराएं।
इसी तरह कोर ग्रुप फॉर तिब्बतन कॉज- इंडिया के अन्य सभी सदस्यों ने भी चीनी सरकार के इस बुरे कृत्य पर नाराज़गी जताई और 11वें पंचेन लामा और उनके परिवार के सदस्यों को तत्काल रिहा करने की मांग की। उन्होंने तिब्बत में मानवाधिकारों के दुरुपयोग और धार्मिक उत्पीड़न को रोकने के लिए भी चीनी सरकार से आह्वान किया और साथ ही भारत और दुनिया से आग्रह किया कि वह चीनी सरकार को इस तरह के सभी कुकृत्यों को करने से रोके।