जोधपुर ,16 दिसम्बर । चीन के प्रधानमंत्री वेन जिवाबाओं तीन दिन की भारत यात्रा पर आए हुए है। बुधवार को नई दिल्ली के होटल ताज पैलेस , जहा चीनी प्रधानमंत्री ठहरे हुए है, के सामने तिब्बतियों ने प्रदर्शन किया । प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि चीन तिब्बत की आजाद करे क्योंकि तिब्बत चीन का हिस्सा नही है। तिब्बत की आजादी की मांग अपने शहर से भी उठाई गई है भारत तिब्बत मैत्री संघ की जोधपुर महिला मौर्चा जिला शाखा ने तिब्बत के आजाद कराने की मांग का ज्ञापान प्रधानमंत्री मन्मोहन सिंह को भेजा है, भारत तिब्बत मैत्री संघ की जोधपुर महिला मौर्चा जिला शाखा की अध्यक्ष श्रीमती रेशमबाला ने प्रधानमंत्री सिंह को एक पत्र फैक्स कर चीनी के प्रधानमंत्री कि भारत यात्रा की सफलता की कामना के साथ है तिब्बत के मुद्दे पर चीनी प्रधानमंत्री से शांतिपूर्ण करने का भी अनुऱोध किया है । श्रीमती रेशम बाला ने लिखा कि भारत अहिंसा और प्रेम में विश्वास रखने वाला तथा अतिथि देवो भवा के वेदवाक्य को मानने वाला देश है । तिब्बत भी एक स्वतंत्र एंव धार्मिक शांति प्रिय देश रहा है ।पिछले लंबे अर्से से चीन ने तिब्बत के प्रति कठोर रवेया अपनाते हुए दमनकारी नीति अपना रखी है। पिछले चार दशक से भी ज्यादा समय से निर्वासित दलाई लामा के नेतृत्व में केन्द्रीय तिब्बती प्रशांसन और तिब्बती जनता अपनी खोई हुई आजादी और सम्मान पुन हासिल करने के संघबरेत है। श्रीमती रेशमबाला ने इन परिस्थितियों के मद्देनजर प्रधानमंत्री मन मोहन सिंह से आशा प्रकट की है कि वे तिब्बत की आजादी के लिए चीनी प्रधानमंत्री से चर्चा करे ताकि पूरे विश्व में फैले तिब्बती शरणार्थियों को राहत और न्याय मिल सके । रेशम बाला ने आशा व्यक्त की भारत वैसे भी वसुधैव कुटुम्वकम और विश्व शांति का नक्षधर सदा से रहा है अंत तिब्बत के लिए भी वह आवज उठाया।
तिब्बत की आजादी के लिए जोधपुर से भी उठी आवाज
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