Bill Parry, qns.com
क्वींस पब्लिक लाइब्रेरी के प्रतिनिधियों से मुलाकात के दौरान प्रतिनिधियों द्वारा चीनी वाणिज्य दूतावास की तिब्बत कला प्रदर्शनी को बंद या निलंबित नहीं करने की बात कहे जाने के एक दिन बाद शनिवार को फ्री तिब्बत के 150 से अधिक छात्रों और उनके सहयोगियों ने विरोध में एल्महर्स्ट लाइब्रेरी के बाहर रैली निकाली।
प्रदर्शनकारियों की आपत्त िहै कि प्रदर्शनी चीनी सरकार की ओर से प्रचारित किया गया है, जिसने 1959 में तिब्बत पर आक्रमण किया और आज भी इस स्वतंत्र राज्य पर कब्जा जमाए बैठा है। प्रदर्शनकारियों के अनुसार, प्रदर्शनी में तिब्बतियों और तिब्बत की कई ऐसी तस्वीरों को दिखाया गया है, जिसमें तिब्बत की राजनीतिक स्थिति के बारे में गलत तथ्यों का उपयोग करके दर्शकों को भ्रमित किया जा सके। प्रदर्शनी में तिब्बत को एक ऐसे स्थान के रूप में दर्शाया गया है जहाँ धर्म और भाषा के अधिकारों की स्वतंत्रता का सम्मान किया जाता है। उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट है कि चीन में मानव अधिकारों पर क्रूर अत्याचार किया जाता है।
स्टूडेंट्स फॉर ए फ्री तिब्बत कैंपेंस के डायरेक्टर पेमा डोमा ने कहा ‘एक तिब्बती-अमेरिकी के रूप में मुझे याद है कि बड़ा होने पर मैं हर सप्ताहांत में पुस्तकालय जाता था।‘ “बहुत सारे युवा तिब्बती हैं जो इस पुस्तकालय में जाते रहे हैं और अब हमें एक ऐसी प्रदर्शनी देखने को मिल रही है, जिसमें दिखाया जा रहा है कि तिब्बत में सब कुछ ठीक है। जबकि वास्तविकता यह है कि सभी तिब्बती युवा तिब्बत में अपने परिवारों की दुर्दशा के बारे में अच्छी तरह से जानते हैं। कल्पना कीजिए कि अगर एक पुस्तकालय में एक प्रदर्शनी होती जिसमें गोरे अमेरिकियों को काले चेहरे वाला बनाकर दिखाया जाता। जब हम प्रदर्शनी में गर्व से तिब्बती पोशाक पहने चीनी लोगों की फोटो देखते हैं तो हम तिब्बतियों पर भी वैसी ही बीतती है।
क्वींस पब्लिक लाइब्रेरी ने कहा है कि प्रदर्शनी ‘चाइना टुडे’ नामक एक शृंखला का हिस्सा है, जो चीनी वाणिज्य दूतावास के एक सहयोगी द्वारा बनाई गई थी और उनकी कुछ शाखाओं ने अतीत में इस शृंखला को कई बार प्रदर्शित भी किए हैं, जिसमें चीनी विरासत, इतिहास, सांसकृतिक स्थलों और कलाओं के बारे में चीन की ओर से स्पष्टीकरण देने वाले पाठ और तस्वीरें शामिल होती हैं।
न्यूयार्क और न्यू जर्सी के क्षेत्रीय तिब्बती युवा कांग्रेस के अध्यक्ष न्गावांग थारचिन ने कहा कि, ‘लाइब्रेरी में तिब्बतियों की तस्वीरें तिब्बती लोगों की भावनाओं को आहत कर रही हैं।‘ उन्होंने कहा, ‘विरोध करनेवाले कुछ लोग सो भी नहीं सकते। हम पुस्तकालय से बाहर प्रचार करना चाहते हैं और हम नहीं चाहते कि चीनी कम्युनिस्ट सरकार सार्वजनिक पुस्तकालय को अपने मंच के रूप में उपयोग करे। तिब्बती युवा कांग्रेस की ओर से मैं क्वींस लाइब्रेरी और इसके अध्यक्ष वॉलकॉट से अपील करता हूं कि वे तस्वीरों को वहां से हटवा दें।‘
कवींस पब्लकि लाइब्रेरी ने कहा कि वर्तमान प्रदर्शनी की विषयवस्तु “तिब्बत में रोजमर्रा की जिंदगी” रखी गई है, और इसमें सांस्कृतिक कार्यक्रमों, मंदिरों, स्टेडियमों, पारगमन परियोजनाओं और तिब्बती और चीनी भाषा में लिखने वाले बच्चों की तस्वीरों की एक शृंखला शामिल है।
लाइब्रेरी की ओर से एक बयान में कहा गया, ‘हमने वुडसाइड में शुक्रवार को तिब्बती समुदाय के सदस्यों के साथ एक ईमानदार और सम्मानजनक बातचीत की थी।‘ और इस प्रदर्शनी से जो उन्हें गहरा धक्का लगा, उस बारे में वे गहरी समझ बनाकर बाहर गए। चर्चा के दौरान हमने बताया कि क्वींस पब्लिक लाइब्रेरी कई अलग-अलग विचारों को एक साथ लानेवाला एक मंच है, जिसमें उन लोगों को भी शामिल किया जाता है जो करुणामयी बहस छेड़ते हैं। हमने यह भी कहा कि हमें उम्मीद है कि वे लोग आगे किसी संवाद को प्रोत्साहित करने के लिए एक प्रदर्शनी या प्रोग्रामिंग की की पेशकश करेंगे। हालांकि, प्रदर्शनी को स्थगित करने की अभी कोई योजना नहीं है।‘
प्रदर्शनकारियों ने प्रदर्शनी के बंद होने तक विरोध जारी रखने की योजना बनाई है।