दैनिक भास्कर, 7 जुलाई 2019
भारत तिब्बत समर्थक समूह के राष्ट्रीय सह संयोजक श्री सुरेंद्र कुमार ने कहा कि चीन ने तिब्बत की व्यवस्था काे तहस-नहस कर दिया है। तिब्बत काे आजाद कराने के लिए भारत काे पहल करनी हाेगी। क्योंकि तिब्बत की आजादी का मुद्दा भारत की सुरक्षा से जुड़ा है। श्री कुमार शनिवार काे तिब्बती धर्म प्रमुख दलाईलामा के 84वें जन्मदिवस पर भारत-तिब्बत मैत्री संघ की और से एलएनटी काॅलेज में आयोजित संगोष्ठी में बाेल रहे थे।
उन्होंने कहा कि तिब्बत का मुद्दा सरकार काे मजबूती से उठाना चाहिए। प्राे. अरुण कुमार सिंह ने कहा कि चीन ने अपने फायदे के लिए तिब्बत के पर्यावरण काे खत्म कर दिया है।
डाॅ. प्रमाेद कुमार ने तिब्बत के प्रश्नों काे बड़ा अंतरराष्ट्रीय मामला बताया। यह समय तिब्बत के साथ खड़ा हाेने का है। प्राे. श्रीनारायण सिंह ने दलाईलामा के दीर्घायु हाेने की कामना की। संगठन के उपाध्यक्ष डाॅ. हरेंद्र कुमार ने कहा कि दलाईलामा के दीर्घायु हाेने से तिब्बत मुक्ति साधना काे बल मिलेगा।
अध्यक्षता करते हुए डाॅ. विकास नारायण उपाध्याय ने केंद्र सरकार से दलाईलामा काे भारत रत्न देने की मांग की। साथ ही कहा कि तिब्बत की समस्याओं के समाधान के लिए सरकार काे चीन पर दबाव डालना चाहिए। इस माैके पर अब्दुल वाहिद, सुनील जायसवाल, विजय कुमार, रणजीत कुमार, रमेश चंद्रा, रंजन कुमार मिश्रा, विजेंद्र यादव, मधुमंगल ठाकुर, शाहिद कमाल, प्रभात कुमार, हरिकिशोर सिंह, विनय कुमार प्रशांत, सुधीर चंद्र वर्मा, बच्चा प्रसाद सिंह, राकेश कुमार आदि ने विचार रखे।
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