EENADU India हिंदी] 22 जून, 2016
कांगड़ा। तिब्बतियों के अध्यात्मिक नेता दलाई लामा ने अपने अमेरिका प्रवास के दौरान कैलिफोर्निया राज्य विधानमंडल के संयुक्त अधिवेशन को संबोधित करते हुये कहा कि भले ही हमारा विश्वास विभिन्न धर्मों पर हो, लेकिन समस्त इंसान एक हैं। लिहाजा हम बेवजह अपने आपको रंग वर्ण भेद में बांट रहे हैं। सभी इंसान एक ही तरीके से संसार में आये हैं, लेकिन फिर भी इंसान ही इंसान का दुश्मन है, जो कि विश्व शांति के लिये खतरा है।
बुधवार को दलाई लामा के कार्यालय की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया कि स्टेट एसेंबली में पहुंचने पर दलाई लामा का सभी सदस्यों ने जोरदार अभिनंदन किया। गर्वनर जेरी ब्राउन, सीनेट प्रेजीडेंट टंपर केविन व स्पीकर अथांनी रेंडम दलाई लामा को विधान भवन के गेट से एसेंबली हाल तक ले गये।
स्टेट एसेंबली के दोनों सदनों को संबोधित करते हुये दलाई लामा ने कहा कि वह हमेशा ही मानवीय मूल्यों के संरक्षण के हिमायती रहे हैं। वे चाहते हैं कि इंसान इंसान से नफरत नहीं, बल्कि सम्मान करे। उन्होंने कहा कि भले ही आप किसी भी धर्म को मानते हों, लेकिन हर इंसान को दूसरे धर्म का सम्मान करने की भावना अपने आप में लानी होगी। अगर ऐसा होता है, तो विश्व शांति की दिशा में यह महत्वपूर्ण पहल होगी।
उन्होंने कहा कि धार्मिक स्वतंत्रता की सीख हमें भारत से लेनी चाहिये। मैं खुद पांच दशक से भारत में रह रहा हूं। यहां अनेकों धर्म फल फूल रहे हैं व धर्म के नाम पर नफरत की भावना देखने को नहीं मिलती है। दलाई लामा ने कहा कि आम तौर पर विश्व में यह धारणा बनती जा रही है कि कोई इंसान मुस्लिम है, तो उसका संबन्ध उग्रवाद या आतंकवाद से ही होगा, लेकिन यह धारणा गलत है। मेरे कई मुस्लिम साथी दिलचस्प इंसान हैं। हमें धर्म कभी भी कट्टरवाद नहीं सिखाता, बल्कि अच्छे इंसान बनने की प्रेरणा देता है। आज चंद मुठ्ठी भर भटके हुये इंसान इस्लाम को बदनाम कर खून खराबा कर रहे हैं।
दलाई लामा ने कैलिफोर्निया के निर्वाचित सदस्यों से कहा कि इस मामले में कैलिफोर्निया भी एक अनूठा भू भाग है, जहां विभिन्न धर्मों समाज के लोग रहते हैं। लिहाजा आप को भी यह सुनिश्चित करना होगा कि यह रह रहे लोग धार्मिक विश्वास के आधार पर मानवता का परित्याग न करें, ताकि सामाजिक ताना बाना प्रभावित न हो।
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