IBN Khabaar, 11 मार्च 2013
मेरठ। तिब्बती बौद्ध गुरू दलाई लामा ने कहा कि भारतीय राजनीति में सुधार की जरूरत है और गलत राजनीति के साथ ही यहां कई धर्म गुरुओं के घोटालो का उजागर होना चिंताजनक है। दलाई लामा आज मेरठ स्थित एक इंस्टिट्यूट के कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। पत्रकारों से बात करने के दौरान उन्होंने भारतीय संस्कृति की प्रशंसा की।
उन्होंने भारतीय राजनीति पर भी अपने विचार रखते हुए कहा कि भारतीय राजनीति का स्तर गिर रहा है। जिसमें सुधार की जरूरत है। दलाई लामा ने इस बात पर चिंता व्यक्त की कि गलत राजनीति के साथ ही आजकल यहां कुछ धर्म गुरूओं के घोटाले सामने आने से पूरी दुनिया में भारत की धर्मिक छवि पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि भारत ने हमेशा उनका समर्थन किया है और वह भारतीय संस्कृति का बहुत सम्मान करते हैं। चीन के साथ तिब्बती ताल मेल के बारे में पूछे जाने पर दलाई लामा ने कहा कि धीरे-धीरे चीन में बौद्ध धर्म अनुयायियों की संख्या बढ़ रही है और यह संख्या चालीस करोड़ के लगभग पहुंच गई है। ऐसे में उन्हें लगता है कि ये तिब्बत के लिए काफी फायदेमंद है।
दलाई लामा ने ये भी स्पष्ट किया कि वह अलग राष्ट्र या आजादी की नहीं बल्कि तिब्बत का स्वशासन चाहते हैं। उन्होंने कहा कि भारत तो पहले से ही उनके समर्थन में था। लेकिन अब न केवल चीन बल्कि दुनिया के बाकी देश भी उनके समर्थन में आ रहे हैं।