राजस्थान पत्रिका, 21 अक्टूबर, 2012
भारत पर चीन के हमले के 50 साल पूरे होने पर भारत-तिब्बत मैत्री संघ की ओर से शानिवार को पावटा स्थित महावीर उद्यान में संगोष्ठी आयोजित की गर्इ। इस मौके चीन की नीतियों एवं भारतीय संसद के नवम्बर 1962 के निर्णय पर चर्चा हुर्इ।
कर्यक्रम में संघ के प्रदेश महासचिव महेन्द्र प्रसाद गेंवा ने कहा कि भारतीय संसद ने 14 नवंबर 1962 को आक्रमणकारियों को खदेड़ने का निर्णय किया था, लेकिन हर सरकार इस प्रस्ताव को भूल जाती है।
उन्होंने राष्ट्रीय सम्प्रभूता को महत्वपूर्ण बताया। महिला विंग की जिलाध्यक्ष रेशमबाला ने शहींदो को याद करते हुए चीन की भारत विरोधी नीतियों का विरोध जताया। इस मौके संघ के अन्य पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने भी विचार व्यक्त किए।