अमर उजाला, 11 जनवरी 2012
चीन के शासन से असंतुष्ट रहने वाले तिब्बती भिक्षुओं के आत्मदाह के ताजा मामलों पर अमेरिका ने चिंता जताते हुए कहा है कि इससे तिब्बती जनता के अंदर पनप रही निराशा की भावना का पता चलता है। अमेरिका के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता विक्टोरिया नुलैंड ने कहा, हम तीन तिब्बतियों द्वारा हाल ही में किए गए आत्मदाह को लेकर बेहद चिंतित हैं। गत वर्ष मार्च से लेकर अब तक 15 तिब्बतियों ने आत्मदाह किया है और हमारी सरकार इस मुद्दे को निरंतर चीन के समक्ष उठाती रही है।
हल बातचीत के जरिए निकालने का आग्रह
नुलैंड ने कहा कि तिब्बतियों द्वारा आत्मदाह जैसा कदम उठाने से यह तो स्पष्ट हो ही जाता है कि चीन में धामिक स्वतंत्रता पर लगे कडे पहरे और खराब मानवाधिकारों की परिस्थितियों को लेकर वहां की जनता में कितनी निराशा भरी हुई है। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने चीन सरकार की नीतियों को प्रतिकूल बताते हुए बीजिंग से तिब्बत समस्या का हल बातचीत के जरिए निकालने का आग्रह किया है। अमेरिका ने चीन से तिब्बत पर नियंत्रण कम करने, मानवाधिकारों का सम्मान करने और वहां की जमीनी स्थिति का जायजा लेने के लिए अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों को आने की इजाजत देने का आग्रह किया है।