बीजिंग— चीन ने निर्वासित तिब्बती सरकार के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री लोबसांग सांगे के साथ बात करने से इनकार करते हुए कहा है कि वह केवल दलाईलामा के प्रतिनिधियों से ही बातचीत करेंगे। चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के यूनाइटेड फ्रंट विभाग के उपमंत्री झू वेगन ने चाइना न्यूज सर्विस की वेबसाइट पर जारी एक साक्षात्कार में यह बात कही कि उन्होंने दलाई लामा के निजी प्रतिनिधियों के अलावा तिब्बत के किसी राजनीतिक प्रतिनिधि के साथ बात करने से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि चीन की केंद्रीय सरकार तिब्बत के राजनीतिक प्रमुख जैसे किसी भी पद को स्वीकार नहीं करती है। लिहाजा नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री के साथ बात करने का सवाल ही नहीं उठता है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय सरकार ने हमेशा दलाई लामा द्वारा नियुक्त निजी प्रतिनिधियों के साथ ही बातचीत की है न की किसी राजनीतिक शख्सियत के साथ नहीं। वैसे तिब्बत पर आधी सदी से भी अधिक समय से कब्जा जमाए बैठे चीन की सरकार के साथ बातचीत पहले भी हो चुकी है, लेकिन उसका कोई सकारात्मक नतीजा नहीं निकल पाया है। श्री सांगे को निर्वासित तिब्बती सरकार का नया प्रधानमंत्री चुना गया है। सांगे ही अब राजनीतिक मंचों पर तिब्बत की निर्वासित सरकार का प्रतिनिधित्व करेंगे। गत दिनों एक साक्षात्कार के दौरान उन्होंने कम्युनिस्ट सरकार से बात करने की मंशा भी जताई थी, लेकिन दूसरे पक्ष से प्रतिकूल जवाब मिला है।
तिब्बत के प्रधानमंत्री से बातचीत नहीं करेगा चीन
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