धर्मशाला। निर्वासित तिब्बती संसद द्वारा भारत के विभिन्न राज्यों में एडवोकेसी अभियान चलाने की योजना के तहत सांसद गेशे न्गावा गांगरी और तेनज़िन चोएज़िन के एक प्रतिनिधिमंडल ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साई और उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा से मुलाकात की। मुख्यमंत्री के साथ बैठक के दौरान तिब्बती सांसदों ने मैनपाट तिब्बती बस्ती के तिब्बती निवासियों के सामने आने वाली समस्याओं को उठाया। साथ ही मैनपाट के तिब्बती बस्ती कार्यालय द्वारा पहले प्रस्तुत की गई चिंताओं को भी दोहराया। तिब्बती सेटलमेंट अधिकारी यांगछो के साथ तिब्बती सांसदों ने राज्य में २०१४ की तिब्बती पुनर्वास नीति को लागू करने का आग्रह किया।
सीएम और डिप्टी सीएम के साथ चर्चा में सांसदों ने निर्वासित तिब्बती संसद की गतिविधियों, तिब्बती प्रवासी की स्थिति, तिब्बत में वर्तमान गंभीर स्थिति और कई अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों के बारे में व्यापक जानकारी दी। प्रतिनिधिमंडल ने सम्मान के प्रतीक के तौर पर सीएम और डिप्टी सीएम को तिब्बती संसद के स्मृति चिन्ह और औपचारिक स्कार्फ से सम्मानित किया।
अनुसंधान निदेशक डॉ. विवेक त्रिपाठी, डॉ. घनश्याम साहू और कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल के साथ प्रतिनिधिमंडल ने इंद्रा गांधी कृषि विश्वविद्यालय और उसके अनुसंधान केंद्र का दौरा किया। उन्होंने कृषि अनुसंधान पर केंद्रित सभा में सक्रिय रूप से भाग लिया और वहां चीन-तिब्बती संघर्ष पर संक्षिप्त जानकारी भी दी।