धर्मशाला। अमेरिकी कांग्रेस के निचले सदन- प्रतिनिधि सभा ने १५ फरवरी २०२४ को दोनों दलों के समर्थन से पेश ‘तिब्बत समाधान विधेयक (रिसॉल्व तिब्बत बिल)’ को सर्वसम्मति से पारित कर दिया। इस विधेयक को आधिकारिक रूप से ‘तिब्बत-चीन विवाद अधिनियम (एचआर ५३३) के समाधान को बढ़ावा देना (प्रोमोटिंग ए रिजॉल्यूशन टू द तिब्बत-चाइना डिसप्यूट ऐक्ट’ नाम दिया गया है। विधेयक को सदन की मंजूरी तिब्बतियों और उसके समर्थकों के लिए एक बड़ी उपलब्धि का प्रतीक है जो तिब्बत और तिब्बती मुद्दे के प्रति मजबूत द्विदलीय समर्थन से प्रदर्शित हो रहा है। यह विधेयक तिब्बत-चीन संघर्ष को हल करने के लिए पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना और परम पावन दलाई लामा के प्रतिनिधियों या लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित तिब्बती नेताओं के बीच बिना किसी पूर्व शर्त के सीधी बातचीत का समर्थन करने की अमेरिकी नीति की पुष्टि करता है।
प्रतिनिधि सभा से विधेयक के पारित होने के बाद अपनी प्रतिक्रिया में सिक्योंग ने कहा, ‘कब्जे वाले तिब्बत और निर्वासित तिब्बतियों की ओर से मैं इस विधेयक का समर्थन करने के लिए सभी सदस्यों के साथ विधेयक पेश करने वाले प्रतिनिधि जिम मैकगवर्न और प्रतिनिधि माइकल मैककॉल के प्रति आभार व्यक्त करता हूं। यह उपलब्धि हमें विधेयक को कानून बनाने के करीब ले जाती है। अब हम सकारात्मक रूप से सीनेट द्वारा विधेयक की मंजूरी की प्रतीक्षा कर रहे हैं।‘ सिक्योंग ने आगे कहा कि यह सफलता सीटीए, तिब्बत के लिए अंतरराष्ट्रीय अभियान, तिब्बती संघों और गैर सरकारी संगठनों, तिब्बत समर्थक समूहों और व्यक्तियों के सहयोगात्मक पक्षधरता प्रयासों को दर्शाती है।‘
इस विधेयक के अधिनियमन से तिब्बती और चीनी दोनों के नागरिकों के सर्वोत्तम हित में तिब्बत-चीन संघर्ष को हल करने के लिए मध्यम मार्ग दृष्टिकोण और केंद्रीय तिब्बती प्रशासन की बातचीत की प्रतिबद्धता मजबूत होगी।