टोक्यो। टोक्यो में एक सप्ताह के व्यस्त और जोशीले कार्यक्रम के सार्थक समापन के बाद सूचना और अंतरराष्ट्रीय संबंध विभाग (डीआईआईआर) की कालोन (मंत्री) नोरज़िन डोल्मा १७ जुलाई २०२३ की सुबह दिल्ली लौट आईं। प्रतिनिधि डॉ. आर्य छेवांग ग्याल्पो, जापान स्थित तिब्बत हाउस के छेल्हा और जापान के तिब्बती समुदाय के पूर्व अध्यक्ष काल्डेन ओबारा ने कालोन को हवाई अड्डे पर विदा किया।
कालोन नोरजिन डोल्मा की जापान यात्रा की कुछ प्रमुख उपलब्धियां यहां दी गई हैं। उन्होंने जापान में तिब्बत समर्थक समूह के सदस्यों से मुलाकात की और उनके साथ केंद्रीय तिब्बती प्रशासन की योजनाओं पर चर्चा की और उनकी राय और सहयोग मांगा।
एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम के तहत तिब्बत के लिए जापान संसदीय समर्थक समूह के अध्यक्ष शिमोमुरा हकुबुन और जापान संसद भवन में समूह की कार्य समिति के सदस्यों के साथ बैठक की गई। कालोन नोरज़िन डोल्मा ने तिब्बतियों को उनके राजनीतिक और मानवीय समर्थन के लिए अध्यक्ष और सदस्यों को धन्यवाद दिया। सांसदों ने निरंतर समर्थन और सहायता का आश्वासन दिया और परम पावन दलाई लामा और केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के लक्ष्य के प्रति बहुत सम्मान व्यक्त किया।
जापान के दो विश्वविद्यालयों के दौरे और बातचीत से संकाय सदस्यों और छात्रों को तिब्बत मुद्दे के बारे में जानने का मौका मिला। कालोन ने युवा तिब्बतियों को शिक्षित करने के लिए अध्यक्ष और संकायों को धन्यवाद दिया और वादा किया कि वे तिब्बती समुदाय को जापानी संसाधनों को उपलब्ध कराने में महान भूमिका निभाएंगे।
कालोन नोरज़िन डोल्मा ने क्योदो छुशिन न्यूज़ को विशेष साक्षात्कार दिया और शिंजुकु बुंका सेंटर में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया, जहां ग्यारह से अधिक प्रमुख और स्थानीय मीडिया संस्थानों ने भाग लिया। कालोन ने मीडिया को तिब्बत की स्थिति, बातचीत की स्थिति, चीनी नीति और मीडिया से अपेक्षाओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने प्रतिनिधि आर्य छेवांग ग्याल्पो की पुस्तक ‘हार्नेसिंग द ड्रैगन्स फ्यूम’ का जापानी संस्करण ‘चिबेटो नो हैनरॉन’ पुस्तक का विमोचन किया।
कालोन ने टोक्यो विश्वविद्यालय में दूसरे मंगोल-तिब्बत सांस्कृतिक और धार्मिक संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में बीज भाषण दिया, जहां १५ से अधिक विद्वानों ने बात की और शोध-पत्र प्रस्तुत किए। संगोष्ठी में सौ से अधिक लोगों ने भाग लिया।
कालोन ने ओसाका के ताकेनाका से मुलाकात की और जापान में तिब्बती कार्यबल संसाधनों के पोषण और विकास की संभावना पर चर्चा की ताकि जापानी भाषा में दक्षता रखने वाले तिब्बतियों को जापान में आगे शिक्षित किया जा सके और नियोजित किया जा सके।
अपने जापान दौरे के अंतिम चरण में उन्होंने शिन्जुकुकु के निशियोचियाई में तिब्बत हाउस कार्यालय में जापान में रहनेवाले तिब्बतियों से मुलाकात की। कालोन नोरज़िन डोल्मा ने तिब्बतियों का अभिवादन किया और उन्हें अपनी यात्रा के उद्देश्य के बारे में बताया और यात्रा के दौरान हुई राजनीतिक, सामाजिक और शैक्षिक बातचीत और प्राप्त सकारात्मक परिणामों पर अपनी संतुष्टि व्यक्त की। उन्होंने तिब्बतियों को सलाह दी कि वे अपने साझा लक्ष्य को न भूलें और एकजुट रहें।