जिनेवा। स्विस पार्लियामेंटरी ग्रुप फॉर तिब्बत ने चीन में अनैतिक क्रियाकलापों, विशेष रूप से तिब्बत में तिब्बतियों के सामूहिक डीएनए संग्रह के बारे में मिली जानकारी को लेकर गहरी चिंता प्रकट की है और थर्मो फिशर साइंटिफिक इंक. से इस बारे में ‘संदेह दूर करने’ की अपील की है।
थर्मो फिशर साइंटिफिक के अध्यक्ष को संबोधित एक खुले पत्र में पार्लियामेंटरी ग्रुप ने अपनी इन चिंताओं को व्यक्त किया कि कंपनी संभवत: तिब्बत में चीन द्वारा बड़े पैमाने पर दमनकारी नीतियों और क्रियाकलापों का ‘समर्थन’ कर रही है। संसदीय समूह ने कंपनी से तिब्बत में बड़े पैमाने पर डीएनए संग्रह के लिए चीन को सामग्री की आपूर्ति करते समय समुचित तरीके से परिश्रम करने के साथ कार्य व्यापार के लिए अपनाए गए मानदंडों का खुलासा करने की भी अपील की है।
समूह ने थर्मो फिशर से उन मानदंडों का खुलासा करने की अपील की है जो चीन को ‘उपलब्ध कराई गई सामग्री के नैतिक उपयोग को सुनिश्चित करता है। कंपनी से चीन द्वारा नमूना संग्रह और डेटा के विश्लेषण के नैतिक उपयोग की ‘गारंटी’ की मांग की गई है। गौरतलब है कि संसदीय समूह ने चीन को डीएनए नमूना संग्रह उपकरण की आपूर्ति के संबंध में थर्मो फिशर द्वारा ‘हेलसिंकी घोषणा’ के अनुपालन का मुद्दा उठाया था। शोध रिपोर्ट से पता चला है कि चीनी अधिकारियों द्वारा ‘सामूहिक स्वास्थ्य जांच’ सहित विभिन्न कार्यक्रमों के बहाने पांच साल और इससे अधिक उम्र के लगभग दस लाख तिब्बतियों से बड़े पैमाने पर डीएनए नमूना संग्रह किया जा रहा है।
स्विस पार्लियामेंटरी ग्रुप फॉर तिब्बत के साथ ०७ मार्च २०२३ को आयोजित पिछली बैठक के दौरान चीन द्वारा तिब्बत में बड़े पैमाने पर डीएनए संग्रह पर विस्तार से चर्चा की गई थी और सांसदों से इस पर कार्रवाई करने का आग्रह किया गया था। बैठक के दौरान संसदीय समूह के सदस्यों द्वारा कहा गया कि संसदीय समूह तिब्बत में स्थिति पर लगातार नजर रख रहा है, जिसमें बहुराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा तिब्बत और चीन में अनैतिक क्रियाकलापों से संबंधित मुद्दे शामिल हैं। प्रतिनिधि थिनले चुक्की ने स्विस पार्लियामेंटरी ग्रुप फॉर तिब्बत के रुख का स्वागत किया और चीन-तिब्बत संघर्ष को हल करने में उनके निरंतर प्रयासों के लिए उन्हें धन्यवाद दिया।