धर्मशाला। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी जे. ब्लिंकेन ने बुधवार को तिब्बत में बड़े पैमाने पर डीएनए संग्रह अभियान की खबरों पर चिंता व्यक्त की, जिसमें पांच वर्ष तक के बच्चों सहित १२ लाख तिब्बतियों के डीएनए नमूने अब तक लिए गए हैं। इस सार्वजनिक चिंता को विदेश मंत्री ब्लिंकेन ने फ़्रीडम हाउस के वार्षिक फ़्रीडम अवार्ड्स में उठाया था और इस चिंता को उजागर करने वाले वह अब तक के सबसे वरिष्ठ अमेरिकी प्राधिकारी बन गए है।
अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा, ‘हम तिब्बती आबादी पर नियंत्रण और निगरानी की एक अतिरिक्त चीनी कवायद के तौर पर तिब्बत में बड़े पैमाने पर डीएनए संग्रह के प्रसार की रिपोर्ट से काफी चिंतित हैं।’
तिब्बतियों को सामाजिक रूप से नियंत्रित करने के प्रयास में चीनी प्राधिकरण ने लगातार निगरानी और अति-पुलिसिंग का सहारा लिया है। इसमें तिब्बतियों से डीएनए नमूनों का मनमाना संग्रह भी शामिल है।
ह्यूमन राइट्स वॉच द्वारा सितंबर- २०२२ में जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि डीएनए संग्रह के लिए रक्त के नमूने किंडरगार्टन में बच्चों और अन्य स्थानीय निवासियों से व्यवस्थित रूप से एकत्र किए जा रहे थे। दिसंबर- २०२० में किंघई प्रांत में एक तिब्बती टाउनशिप की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि पांच वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी लड़कों से डीएनए एकत्र किया जा रहा था।
इसने आगे कहा कि तिब्बती पठार के पश्चिमी भाग में अवस्थित टीएआर के सभी सात प्रिफेक्चरों या नगर पालिकाओं में इस तरह के सामूहिक डीएनए संग्रह अभियान चलाए गए। रिपोर्ट में खुलासा किए गए संग्रह अभियान चीनी अधिकारियों द्वारा पूरे क्षेत्र में जमीनी स्तर पर पुलिस निगरानी स्थापित करने के लिए चल रहे प्रयासों का हिस्सा है। हालांकि रिपोर्ट उन परिस्थितियों के बारे में अस्पष्ट है कि डीएनए नमूना देने से इनकार करने वाले तिब्बतियों के साथ किस तरह का व्यवहार किया गया।
एचआरडब्ल्यू की जांच के अनुसार, यह पाया गया कि अभियान को क्षेत्र के सात प्रीफेक्चर-स्तरीय क्षेत्रों में १४ अलग-अलग इलाकों (१ प्रीफेक्चर, २ काउंटी, २ कस्बों, २ टाउनशिप और ७ गांवों) में चलाया गया था, जो दर्शाता है कि अभियान पूरे क्षेत्र में चल रहे हैं, या शुरू होने वाले हैं।
“डीएनए जानकारी अत्यधिक संवेदनशील है और बिना सहमति से इसे एकत्र या साझा किए जाने पर व्यापक पैमाने पर लोगों से दुर्व्यवहार किए जाने की आशंका पैदा हो जाती है। सरकार द्वारा कोई भी जबरन संग्रह या उपयोग निजता के अधिकार का गंभीर उल्लंघन भी है। हालांकि चीनी सरकार द्वारा डीएनए संग्रह को कभी-कभी स्वीकार्य जांच उपकरण के रूप में उचित ठहराया जाता है, लेकिन निजता के अधिकार के साथ इस प्रकार के हस्तक्षेप को व्यापक रूप से विनियमित किया जाना चाहिए। इस तरह के अभियान को छोटे दायरे में और केवल वैध सुरक्षा लक्ष्य को पूरा करने के लिए ही संतुलित आधार पर होना चाहिए।
रिपोर्ट में कहा गया है, ‘फिर भी चीनी सरकार के डेटा संग्रह अभियान में हर किसी से डीएनए जानकारी एकत्र की जा रही है। इस अभियान में इस बात से कोई मतलब नहीं है कि जिनका डीएनए उेटा संग्रह किया जा रहा है वे किसी तरह से आपराधिक आरोप में हैं या नहीं। साथ ही डीएनए नमूने संग्रह किए जाने के दौरान न तो व्यक्ति को सूचित किया जा रहा है और न ही उनकी सहमति ली जा रही है और कोई स्पष्टीकरण दिया जा रहा है।’