लंदन। कल १२ जनवरी को स्थानीय समयानुसार २०:२३ बजे लंदन स्थित एक कला संगठन- सीआईआरसीए ने अपने २०२३ कला कार्य- ‘आर्ट ऑफ होप बाय द परम पावन दलाई लामा’ का प्रीमियर किया। इस अवसर पर हो रही बारिश में भी बड़ी संख्या में तिब्बतियों और समर्थकों ने उपस्थित होकर उत्साह का प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर सीआईआरसीए के सेक्रेटरी लोचो समटेन ने कहा, हम मध्य लंदन में पिकाडिली सर्कस गोलचक्कर के क्रॉस-सेक्शन में विशाल होर्डिंग्स पर तिब्बत के परम पावन दलाई लामा से ‘होप’ के इस संदेश देने से बेहतर तरीके से वर्ष २०२३ का स्वागत नहीं कर सकते थे।‘ उन्होंने इसे शुभ घटना बताते हुए जिक्र किया कि जब स्क्रीन पर वीडियो चल रहा था तब बारिश भी रुक गई थी।
लंदन स्थित तिब्बत कार्यालय के प्रतिनिधि सोनम फ्रैसी और सचिव लोचो समतेन ने सेवॉय में प्री-लॉन्च डिनर में भाग लिया, जहां सीआईआरसीए के संस्थापक तथा कलात्मक निदेशक जोसेफ ओ’कॉनर और प्रतिनिधि सोनम ने पत्रकारों और कला लेखकों को संबोधित किया। उनमें से अनेक लोगों ने तिब्बती राष्ट्रीय ध्वज और परम पावन के दिव्य और शांत चेहरे के रंगों में खिलते हुए बिलबोर्ड को देखने के लिए पिकाडिली सर्कस की यात्रा की। प्रतिनिधि सोनम ने अपने भाषण में परम पावन दलाई लामा की अक्सर दोहराई जाने वाली सलाह- ‘सर्वश्रेष्ठ की आशा करो और सबसे बुरे के लिए तैयार रहो’ को उद्धृत किया। ज्ञातव्य है कि परम पावन ने ६० लाख तिब्बतियों की आशाओं का मार्गदर्शन किया है और उन्हें बनाए रखा है। ३१जनवरी २०२३तक लंदन, बर्लिन, मेलबर्न और लॉस एंजिल्स में स्थानीय समयानुसार रोजाना २०:२३बजे आर्ट वीडियो दिखाया जाएगा।