धर्मशाला 17 फरवरी (एजेंसियां)। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने राज्य में रह रहे तिब्बतियों विशोषकर धर्मगुरु दलाई लामा की सुरक्षा के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता जताई है । वे यहां तिब्बती मीडिया से चर्चा कर रहे थे। धूमल ने कहा कि प्रदेश की जनता दलाई लामा को लिविंग बुद्धा के रुप में स्वीकार करती है । मुख्यमंत्री ने कहा कि कानून की अनुपालना करने वाले प्रत्येक तिब्बती को हिमाचल प्रदेश में सुरक्षा प्रदान करेगी लेकिन किसी को भी गैर -कानूनी गतिविधयों में शामिल नहीं होने दिया जाएगा । प्रेत्यक व्यक्ति , चाहे वह हिमाचली हो , देश के किसी भी राज्य से संबंधित हो अथवा विदेशी हो, को देश के कानून का सम्मान करना चाहिए क्योंकि कोई भी व्यक्ति कानून से ऊपर नही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार किसी भी व्यक्ति के खिलाफ झूठे आरोप लगाने पर विश्वास नहीं करती है। स्थानीय लोग और तिब्बती लोग गत पचास वर्षां से सौहार्द्रपूर्ण माहौल में रह रहे है तथा यह परम्परा जारी रखी जानी चाहिए । धूमल ने कहा कि प्रदेश की सीमा पर मैहतपुर में नियमित जांज के दौरान वाहन से एक करोड रुपये की मुद्रा बरामद हुई जिसे जाली दस्तावेजों के साथ प्रदेशन में लाया जा रहा था। यह आशा नहीं थी कि इस धनराशि का संबंध करमापा के मठ से होगा। मामले की जांज के उपरांत मठ के साथ इसका संबंध होने का खुलासा हुआ तथा जांच एजेंसियों को ममले की छानबीन के लिए कानूनी रास्ता अपना पडा । जांच प्रक्रिया के दौरान मठ में भारी मात्रा में विदेशी मुद्रा पाई गई तथा केंद्रीय जांच एजेंसिया भी जांच में शामिल हुई । करमापा के खिलाफ प्रदेश के किसी अधिकारी ने एक भी शब्द नहीं कहा है । उन्होंने कहा कि दलाई लामा ने भी कहा है कि सच सामने लाने के लिए पूर्ण जांच होने दी जाए । उन्होंने कहा कि क्योंकि विदेशी मुद्रा का मामला भारत सरकार से जुडा है इसलिए राज्य की इसमें नगण्य भूमिका है। उन्होंने मठ से जुडे लोगों को परामर्श दिया कि वे केंद्रीय जांच एजेंसियों के समक्ष अंशदान के बारे सही तथ्य सामने रखकर अपने को निर्दोष साबित करें । प्रो .धूमल ने कहा कि वह हिमाचल प्रदेश में रह रहे है।
हर तिब्बती को सुऱक्षा देगी हिमाचल सरकार ।
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