प्रतिवाद, 16 सितंबर 2014
चीनी राष्ट्रपति का पोस्टर जलाया ; तिब्बत की आजादी भारत की सीमा सुरक्षा, पावन तीर्थ कैलाष मानसरोवर की
भोपाल 16 सितम्बर 2014। मुक्ति एवं आये दिन हो रही चीनी सैनिकों के घुसपैंठ में वल्र्ड तिब्बत कांग्रेस के संस्थापक अध्यक्ष डॉ महेश यादव ‘‘अमन गांधी’’ ने अपने सहयोगियों के साथ एम.पी. नगर भोपाल में चीनी राष्ट्रपति शी-जिनपिंग के पोस्टर जलाकर विरोध किया।
वल्र्ड तिब्बत कांग्रेस के संस्थापक अध्यक्ष डॉ महेश यादव ‘‘अमन गांधी’’ ने चीनी राष्ट्रपति शी-जिनपिंग की यात्रा का विरोध करते हुए कहा है कि शांति के मसीहा राष्ट्रपति महात्मा गांधी की धरती पर एक हत्यारे देश के राष्टंपति को आमंत्रित करना बेहद शर्मनाक है क्योंकि चीन ने एक शांतिप्रिय देश तिब्बत को गुलाम बनाकर बारह लाख तिब्बितयों को मौत के घाट उतारा है और ये क्रम उसका आज भी जारी है।
इसी तरह भारत सीमा पर घुसपैंठ कर आये दिन हमारे सैनिकों का लहु बहा रहा है ऐसा देश जो मानव अधिकार व लोक तांत्रिक मूल्यों पर विशवस नहीं करता उसका भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में स्वागत सत्कार करना हम भारतीयों के लिए बेहद शर्मनाक है। डॉ महेश यादव ‘‘अमन गांधी’’ ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से यह अपील की है कि चीन जैसे मुल्क के दुष्ट कृत्यों का आंख से आंख मिलाकर विरोध करें और भारत की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विश्व मंचों पर परम पावन दलाईलामा जी के नेतृत्व में जारी तिब्बत मुक्ति संघर्ष का समर्थन कर मासूम तिब्बतियों को उनके जीवन व स्वतंत्र अधिकार प्रदान करायें।
साथ ही उन्होनें कहा है कि अब समय आ गया है कि भारत चीन नीति पर पुर्नविचार कर राष्टंहित में ठोस नीति बनाकर तिब्बत को एक स्वतंत्र देश के रूप में स्वीकार करें। क्योंकि पिछले 6 दशकों में यह सर्वविदित है कि हम चीन के साथ घुटनों के बल खडे होकर हिन्दी चीनी भाई भाई के नारे लगाकर एकतरफा दोस्ती निभा रहे हैं जो विषाल भारतवर्ष के हित में नही है।
पोस्टर दहन कार्यक्रम में डॉ महेश यादव के साथ गुलफाम खान, सुश्री स्वाति गोडाने, विषाल प्रधान, वसीम खान, मनीष कुमार, नदीम खान, सोनू ठाकुर सहित अनेक लोग उपस्थित रहे।