01 नवंबर, 2022
ऑस्ट्रेलिया।ऑस्ट्रेलिया तिब्बत परिषद (काउंसिल) के तिब्बत लॉबी दिवस के 11वें दौर का आयोजन आज 01 नवंबर, 2022 को किया गया।परिषद की ओर से ऑस्ट्रेलियाई सरकार से आग्रह किया गया कि चीनी सरकार के बिना किसी हस्तक्षेप के 14वें दलाई लामा के उत्तराधिकार की रक्षा के लिए एक नीति बनाए। परिषद ने सांसदों से आग्रह किया कि चीन द्वारा वर्तमान में तिब्बत की यात्रा पर लगाए गए प्रतिबंधों की प्रतिक्रिया में चीनी लोगों पर भी प्रतिबंध लगाने के लिए अमेरिका के पारस्परिक पहुंच कानून को अपनाया जाए और मैग्निट्स्की अधिनियम के तहत तिब्बती मानवाधिकारों के प्रमुख दुरुपयोग करने वालों को प्रतिबंधित किया जाए।
पूरे ऑस्ट्रेलिया में 15 युवा तिब्बतियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने लगभग 30 ऑस्ट्रेलियाई सांसदों और सभी दलों के सीनेटरों से मुलाकात की।
1000 से अधिक ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों ने ‘चीनी सरकार के हस्तक्षेप के बिना केवल तिब्बती बौद्ध परंपराओं और रीति-रिवाजों के माध्यम से चयनित दलाई लामा को मान्यता देने’के संकल्प पर हस्ताक्षर किए हैं।
ऑस्ट्रेलियाई सीनेट (ऊपरी सदन) में अपने मुख्य भाषण में ग्रीन्स की सीनेटर जेनेट राइस ने तिब्बती प्रतिनिधियों की उपस्थिति पर उनका स्वागत किया, जिसमें प्रतिनिधि कर्मा सिंगी शामिल थे। इनके साथ सीनेटर ने जून में आठवें डब्ल्यूपीसीटी में भाग लिया। उस समय तिब्बती सांसद तेनज़िन फोनस्टोक डोरिंग और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी शामिल थे।
इस दिन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि यह दिन तिब्बत में शांति, स्वतंत्रता और मानवाधिकारों की वकालत करने के लिए सभी राजनीतिक दलों के संसद सदस्यों के साथ तिब्बती प्रतिनिधियों से मिलने का है।
सीनेटर राइस ने दलाई लामा के उत्तराधिकार और तिब्बत के लापता 11वें पंचेन लामा की चिंताओं को इंगित किया जिसे तिब्बती प्रतिनिधिमंडल ने उनके सामने उजागर किया था।
सीनेटर राइस ने अपने बयान में कहा,‘आज गेंधुन चोएक्यी न्यिमा की उम्र 30 साल से अधिक होगी। तिब्बत की पारंपरिक रीतियां, संस्कृति और तिब्बती बौद्ध धर्म खतरे में हैं। दलाई लामा की तस्वीर ले जाने या रखने पर कठोर दंड मिलता है, जिसमें कारावास भी शामिल है।‘
उन्होंने कहीं भी मानवाधिकारों की रक्षा में अपनी पार्टी और ऑस्ट्रेलियाई सरकार की प्रतिबद्धता को व्यक्त करते हुए विश्वास दिलाया कि मानवाधिकारों के उल्लंघन के खिलाफ वह कड़ी आवाज में बोलती रहेंगी।
उन्होंने कहा,‘हम ऑस्ट्रेलियाई सरकार से तिब्बती बौद्ध धर्म की रीति-रिवाजों में हस्तक्षेप करने के किसी भी प्रयास का विरोध करने और केवल तिब्बती बौद्ध परंपराओं और रीति-रिवाजों द्वारा चुने गए दलाई लामा को मान्यता देने का आग्रह करते हैं। मैंने आज नोटिस पेपर पर इस आशय का एक प्रस्ताव दर्ज किया है, जिसे मैं इस स्थान पर हरसंभव तरीके से उठाना जारी रखूंगी।‘
तिब्बत लॉबी दिवस तिब्बत समुदाय संघों के सहयोग से ऑस्ट्रेलिया- तिब्बत परिषद द्वारा आयोजित एक वार्षिक कार्यक्रम है,जहां तिब्बती और तिब्बत समर्थक लोग तिब्बत से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर ऑस्ट्रेलियाई सांसदों से मिलने और बात करने के लिए के लिए कैनबरा में इकट्ठा होते हैं।