धर्मशाला। आज २६ जनवरी, २०२३ को भारत के ७४वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर सिक्योंग पेन्पा छेरिंग ने कहा, ‘भारत की सरकार और लोगों की मदद और समर्थन के बिना हम आज जहां हैं, वहां नहीं होते। ‘केंद्रीय तिब्बती प्रशासन (सीटीए) ने आज इस अवसर को मनाने के लिए एक संक्षिप्त समारोह का आयोजन किया। इसमें सीटीए के वरिष्ठ नेतृत्व ने भाग लिया जिसमें कार्यवाहक मुख्य न्यायिक आयुक्त कर्मा दमदुल, सिक्योंग पेन्पा छेरिंग, उपाध्यक्ष डोल्मा छेरिंग तेखंग, कालोन थरलम डोल्मा चांगरा, कालोन नोरज़िन डोल्मा, चुनाव और लोक सेवा आयुक्त वांगदु छेरिंग पेसुर, महालेखा परीक्षक पेमा दादुल आर्य, निर्वासित १७वीं तिब्बती संसद की स्थायी समिति के सदस्य और सीटीए के वरिष्ठ सिविल सेवक शामिल हुए। उत्सव के बाद मीडिया से बात करते हुएसिक्योंग पेन्पा छेरिंग ने कहा, ‘इस समारोह के माध्यम से हम सरकार और भारत के लोगों के साथ जश्न मनाते हैं और भारतीय आजादी का आनंद लेते हैं। इसी के साथ हम इनके प्रति गहरी कृतज्ञता व्यक्त करते हैं। ‘भविष्य में तिब्बतियों के लिए इसी तरह के उत्सव के अनुमान के बारे में पूछे जाने परसिक्योंग ने कहा, ‘जैसा कि हम आज भारतीय गणतंत्र का उत्सव मना रहे हैं, हम भी तिब्बत लौटने और ऐसा उत्सव मनाने की लालसा रखते हैं,जिसमें हर तिब्बती हिस्सा ले सके और गर्व कर सके।
सीटीए ने भारत का ७४वां गणतंत्र दिवस मनाया
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