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वाशिंगटन डीसी। एक ऐतिहासिक उपलब्धि के तौर पर सिक्योंग डॉ. लोबसांग सांगेय ने 21 नवंबर की दोपहर अमेरिका के राष्ट्रपति निवास व्हाइट हाउस में प्रवेश किया। पिछले छह दशकों में यह पहली बार है जब केंद्रीय तिब्बती प्रशासन (सीटीए) के प्रमुख को व्हाइट हाउस में आमंत्रित किया गया है।
पिछले महीने डॉ. सांगेय अमेरिकी विदेश विभाग में तिब्बत मामले के सहायक सचिव और विशेष समन्वयक रॉबर्ट डेस्ट्रो से मिलने के लिए औपचारिक रूप से आमंत्रित होने वाले पहले सिक्योंग बने।
पिछले छह दशकों तक सीटीए के प्रमुख को अमेरिकी विदेश विभाग और व्हाइट हाउस में प्रवेश नहीं मिला था। दोनों जगहों पर प्रवेश देने से इनकार करने के पीछे तर्क यह था कि अमेरिकी सरकार निर्वासित तिब्बती सरकार को मान्यता नहीं देती है। आज की यात्रा से सीटीए की लोकतांत्रिक प्रणाली और उसके राजनीतिक प्रमुख- दोनों की स्वीकृति मिल गई है।
डॉ. सांगेय ने व्हाइट हाउस के अधिकारियों के साथ मुलाकात की। इस बैठक से पहले, डॉ. सांगेय ने 2011 में सीटीए के सिक्योंग बनने के बाद के 10 वर्षों में एक दर्जन से अधिक बार अघोषित स्थानों पर अज्ञात बैठकों में व्हाइट हाउस के अधिकारियों के साथ मुलाकात की हैं। अमेरिकी अधिकारियों के साथ यह अभूतपूर्व बैठक शायद सीटीए के लिए आशावादी स्वर बनेगी और आने वाले वर्षों में यह और अधिक औपचारिक हो जाएगा।
अब, जब डॉ. सांगेय केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के सिक्योंग के रूप में अपने कार्यकाल की समाप्ति के पास हैं, उन्होंने तिब्बतन पॉलिसी एंड सपोर्ट ऐक्ट- 2019 को पारित कराने में अथक प्रयास किया है।
इस सप्ताह की शुरुआत में, सिक्योंग डॉ. सांगेय ने कई ऑनलाइन बैठकें कीं। इन ऑनलाइन बैठकों के माध्यम से, डॉ. सांगेय ने टीपीएसए और अन्य मामलों पर चीनी मामलों कांग्रेस के कार्यकारी आयोग के अध्यक्ष जिम मैकगोवर्न और सीनेट के विदेश संबंध समिति में रिपब्लिकन और डेमोक्रेट दोनों पक्षों के वरिष्ठ सदस्यों के साथ चर्चा की है।
इन बैठकों में डॉ. सांगेय के साथ प्रतिनिधि न्गॉडुप त्सेरिंग और केलसांग डोलमा शामिल हुए।