चंडीगढ। चीन सरकार द्वारा कीर्तिमठ गिराए जाने और 300 बौद्ध भिक्षुओं को बंधक बनाए जाने के विरोध में तिब्बती बौद्ध भिक्षुओं ने पदयात्रा का आयोजन किया गया। यह यात्रा मैकलोडगंच से आरम्भ होकर शुक्रवार को चंडीगढ होते हुए दिल्ली जाकर समाप्त होगी। इसमें 140 बौद्ध भिक्षुओं ने हिस्सा लिया।
भिक्षुओं ने बताया कि यह शांति मार्च चीन में हो रहे तिब्बती बौद्ध भिक्षुओं पर अत्याचार के विरोध में निकाली जा रही है। हम शांति पदयात्रा के माध्यम से अपनी इस बात को दिल्ली तक पहुंचना चाहते है। साथ ही चीन के जुल्मों और अपने लोगों को हक मिल सके यह भी प्रयास कर रहे है। इस अवसर पर अन्तरराष्ट्रीय तिब्बतियन संगठन के भिक्षुओं ने बताया कि वह भारत के प्रधानमंत्री से मिलकर एक ऐसे संगठन के निर्माण के लिए आग्रह करेंगे जो चीन सरकार वहां पर बंदी बनाए गए बौद्ध भिक्षुओं के हालातों को दुनिया के समक्ष रखे, ताकि चीन द्वारा बौद्ध भिक्षुओं पर किए जा रहे अत्याचारों को रोका जा सके।
भिक्षुओं को बंधक बनाने के विरोध मे पदयात्रा।
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