वाराणसी। अगला दलाई लामा भारत का होगा। वर्तमान दलाई लामा के निर्वाण के बाद नए दलाई लामा की तलाश तिब्बत में नहीं की जाएगी वरन भारत में की जाएगी। परम पावन दलाई लामा ने खुद इस बात के संकेत दे दिए हैं। इन संकेतों के अनुसार उनका अगला अवतार पूरी तरह भारतीय होगा और यह भारत के पहाड़ी क्षेत्र में होगा।
यह खुलासा राष्ट्रीय एससी/एसटी आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष व राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व सदस्य लामा चोसेल जोपा ने किया है। पिछले दिनों वाराणसी के दौरे पर आए लामा जोपा गेलुक इन्टरनेशनल फाउंडेशन के अध्यक्ष होने के साथ ही बौद्ध व तिब्बत से जुड़ी कई संस्थाओं में महत्वपूर्ण पदों पर हैं। परम पावन दलाई लामा गेलुक संप्रदाय के ही हैं। दैनिक जागरण से बातचीत में उन्होंने बताया कि परंपरागत रूप से दलाई लामा अपने निर्वाण से पूर्व खुद अपने अगले जन्म के विषय में पूरी सूचना लिख कर किसी गुप्त स्थान पर रख देते हैं। सूचना कहां रखी है, इस संबंध में नजदीकी शिष्यों को वह इशारा कर देते हैं। निर्वाण के बाद शिष्य व अन्य महत्वपूर्ण गुरू उन संकेतों के आधार पर भविष्यवाणी को ढूंढ़ कर निकालते हैं। इस भविष्यवाणी में किस दिशा में जन्म होगा के साथ ही गोत्र, माता-पिता के नाम आदि तमाम जानकारियां कभी स्पष्ट रूप से तो कभी संकेतों में लिखी रहती हैं। इसी के आधार पर वरिष्ठ धर्मगुरुओं का दल बना कर ढूंढ़ने का कार्य किया जाता है।
इसमें वर्णन के अनुसार कोई बच्चा मिलने पर उसकी पर्याप्त परीक्षा ली जाती है। इसके बाद ही यह तय किया जाता है कि वह अवतार है कि नहीं। परम पावन दलाई लामा ने भी इसी तरह से अपने अगले अवतार के विषय में संकेत दे दिए हैं। इन संकेतों के अनुसार उनका अगला जन्म चीन के कब्जे से कराह रहे तिब्बत में नहीं वरन भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में होगा। अब यह स्थान लेह लद्दाख से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक कहीं भी हो सकता है। सही स्थल का पता तो भविष्यवाणी के खुलासे के बाद ही हो सकेगा।