तिब्बत.नेट, 16 मार्च, 2019
नई दिल्ली। रविवार, 10 मार्च, 2019 को दुनिया भर के तिब्बतियों ने कम्युनिस्ट चीन द्वारा तिब्बत के बलपूर्वक कब्जे के खिलाफ तिब्बती राष्ट्रीय जनक्रांति दिवस की 60वीं वर्षगांठ मनाई। अपने तिब्बती भाइयों और बहनों के साथ भारत में तिब्बत सहायता समूहों ने भी इस महत्वपूर्ण दिवस को मनाया।
बिहार में भारत तिब्बत मैत्री संघ (आईटीएफएस) ने विभिन्न स्थानों पर तिब्बती राष्ट्रीय जनक्रांति दिवस की 60वीं वर्षगांठ मनाई। पटना में देशरत्न सभागार सदाकत आश्रम में ‘तिब्बत की आज़ादी, भारत की सुरक्षा’ नामक एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी के दौरान मुख्य अतिथि पटना विश्वविद्यालय के समाज शास्त्र विभाग के पूर्व प्रमुख डॉ रघुनंदन शर्मा ने अपने विचार व्यक्त किए। इस दिवस को बिहार के भागलपुर, मुज़फ़्फ़रपुर और नवादा में इसी तरह से मनाया गया।
ओडिशा में आईटीएफएस ने कटक में तिब्बत पर एक संगोष्ठी आयोजित करके इस कार्यक्रम को याद किया। कार्यक्रम में डॉ सत्य राय, डॉ बिस्वजीत, तुषार महंती और उमर उल्लाह ने भाग लिया। संगोष्ठी की अध्यक्षता कर रही थी- डॉ झरना पटनायक।
झारखंड में आईटीएफएस हजारीबाग ने 10 मार्च, 2019 को जैन भवन, बारा बाज़ार, हजारीबाग में तिब्बती राष्ट्रीय जनक्रांति दिवस की 60वीं वर्षगांठ मनाई। आयोजन में मुख्य अतिथि हजारीबाग के आईटीएफएस विनोबा भावे यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डॉ बंशीधर प्रसाद रुख्यार थे। आईटीएफएस हजारीबाग के अध्यक्ष सुदेश कुमार ने समारोह की अध्यक्षता की।
आईटीएफएस ने इस अवसर पर गुजरात में सरदार स्मारक, लाल दरवाजा में कार्यक्रम किए। इस समारोह में मुख्य अतिथि डॉ परितोष शाह थे। समाजसेवी डॉ पी.जी. ज्योतिकर और लेखक-पत्रकार आनंद शुक्ला ने तिब्बत पर बातचीत की। इस आयोजन की अध्यक्षता आईटीएफएस गुजरात के संयुक्त सचिव डॉ महेंद्र संघपाल ने की।
कर्नाटक के मैसूर शहर में 10 मार्च को समारोह आयोजित किया गया। कोर ग्रुप फॉर तिब्बती कॉज़ के क्षेत्रीय संयोजक श्री जे.पी. उर्स इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि थे। उन्होंतने तिब्बत के लिए शांति जुलूस में भाग लिया।
दिल्ली में भारत तिब्बत सहयोग मंच (बीटीएसएम) के महासचिव पंकज गोयल की अगुवाई में बड़ी संख्या में मंच के सदस्य और तिब्बती भाई- बहन जंतर-मंतर पर इस आयोजन में शामिल हुए। उन्होंने रामलीला मैदान से जंतर-मंतर तक शांति रैली में भाग लिया और तिब्बत के लिए अपनी आवाज बुलंद की।
इसी तरह, तिब्बत सहायता समूहों द्वारा इस कार्यक्रम को भारत के विभिन्न स्थानों पर मनाया गया। वे सभी विभिन्न मीडिया द्वारा अच्छी तरह से कवर किए गए थे। 10 मार्च को मनाया जाने वाला तिब्बित राष्ट्रीय विद्रोह दिवस कम्युनिस्ट चीन द्वारा तिब्बत के अवैध कब्जे के खिलाफ 1959 के तिब्बती विद्रोह की याद दिलाता है।