दैनिक भास्कर, 29 फ़रवरी 2012
कांगड़ा: डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज टांडा में सामुदायिक शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित 39वीं नेशनल लेवल प्रिवेंटिव एंड सोशियल मेडिसिन कॉन्फ्रेंस के दूसरे दिन दलाईलामा ने दीप प्रज्जलित कर कार्यशाला का शुभारंभ किया।
अपने संबोधन में दलाईलामा ने कहा कि डॉक्टर का रोल मनुष्य के जीवन में अहम है। डॉक्टर को भी ईमानदारी, अनुशासन और लग्न से कत्र्तव्यों का निर्वाहन करना चाहिए। भारत को विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश करार देते हुए दलाईलामा ने कहा कि सभी धर्मो के लोगों को एक सूत्र में पिरोकर लोगों की कार्यक्षमता के आधार पर भारत की गिनती विश्व के विकसित देशों में होने लगी है।
अमेरिका के मुकाबले भारत की टेक्नोलाजी और साइंस सुदृढ़ है। ऐसे में वह दिन दूर नहीं, जब भारत विश्व गुरु की भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि कोई भी धर्म झूठ, हिंसा और भ्रष्टाचार की शिक्षा नहीं देता है। समाज में आज कोई भी काम भ्रष्टाचार के बिना नहीं हो रहा है जो कि चिंता का विषय है।
कार्यशाला में हिस्सा लेने आए देश के विभिन्न राज्यों से आए डेलीगेटस को भ्रष्टाचार से दूर रहकर समाज के हर वर्ग की निस्वार्थ भाव से सेवा करने की अपील करते हुए दलाईलामा ने कहा इससे मनुष्य का आत्मविश्वास बढ़ता है। उन्होंने कहा डॉक्टर के पास उपचार करवाने आए हर किसी रोगी को नए जीवन की उम्मीद होती है लेकिन कुछ चिकित्सक धन के लालच के चलते अपनी सेवाएं देने में फिसड्डी रहते हैं जिससे भविष्य में न केवल उनका नाम बदनाम होगा बल्कि समाज की नजरों में भी वह गिरेंगे। अगर आप अहिंसा के पुजारी हैं तो सच्चाई, ईमानदारी को न छोड़ें।
विश्वभर में देता हूं भारत का उदाहरण
भारत ने अहिंसा का रास्ता अपनाकर फिरंगियों से देश को आजाद करवाया। भारत की नीतियों का ही अनुसरण कर तिब्बत भी चीन से अपनी आजादी के लिए संघर्ष कर रहा है। भारतीय सभ्यता व संस्कृति को विश्व में नंबर बन करार देते हुए दलाईलामा ने कहा कि देश में अल्प समुदाय के लोग भी भयमुक्त जीवन बसर कर रहे हैं। भारतीय संस्कृति का वह पूरे विश्व में भ्रमण के दौरान उदारहण जरूर देते हैं।