tibet.net / धर्मशाला। एक विश्वसनीय सूत्र ने बताया कि चीनी सरकार ने हाल ही में आम्दो (चीनी : किंघई) प्रांत के त्सोल्हो (चीनी: हैनान) तिब्बती स्वायत्त प्रिफेक्चर (टीएपी) में सभी तिब्बती पार्टी के सदस्यों और कार्यकर्ताओं के धार्मिक गतिविधियों पर सख्त प्रतिबंध लगा दिया है।
इस प्रतिबंध के तहत पार्टी के सभी सदस्यों को घर पर धार्मिक गतिविधियों में शामिल होने से बचना होगा। इस कारण उन्हें व्यक्तिगत धार्मिक पीठों और मंदिरों से अलग होने को मजबूर होना पड़ा।
हमारे सूत्र के अनुसार, आदेश का पालन नहीं करने पर सजा के रूप में सरकारी नौकरियों से निष्कासन और सरकारी लाभों और सब्सिडी से वंचित करने सहित मौलिक अधिकारों से वंचित होना पड़ सकता है।
सूत्र ने हमारे कार्यालय को बताया, ‘इस तरह के उपायों ने क्षेत्र में तिब्बती पार्टी के सदस्यों को अपनी इच्छा के विरुद्ध अपने घरों में व्यक्तिगत बौद्ध मंदिरों और वेदियों को हटाने के लिए मजबूर किया है।’
वेदियां आमतौर पर तिब्बती घरों में देखी जाती हैं, जिनमें बुद्ध या अन्य आध्यात्मिक लामा या नेताओं की तस्वीरें होती हैं, जिन्हें वे अनुष्ठान और प्रसाद अर्पण करके अपना सर्वोच्च सम्मान देते हैं। यह तिब्बती बौद्ध धर्म की रिवाजों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और चीनी अधिकारियों को तिब्बती संस्कृति और पहचान की याद दिलाता है।
इसके अलावा, बौद्ध रीति-रिवाजों पर हमले के तौर पर मृतक परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों के लिए अंतिम संस्कार पर और प्रतिबंध लगाए गए हैं और उनके प्रार्थना सभाओं के आयोजन पर भी सख्त प्रतिबंध लगाए गए हैं।
सूत्र ने कहा कि हालांकि, वर्तमान डिक्री केवल कुछ क्षेत्रों में लागू की जा रही है, लेकिन भविष्य में इसे अन्य क्षेत्रों में विस्तारित किए जाने की पूरी आशंका है।
२२ अप्रैल २०२१ को, चीनी सरकार ने ‘तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र में कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्यों के लिए धर्म में विश्वास नहीं करने के लिए आचार संहिता (परीक्षण कार्यान्वयन के लिए)’ लागू की है। इसमें ‘तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र’ में पार्टी के सदस्यों के लिए धार्मिक रिवाजों पर प्रतिबंधों का व्यापक विवरण दिया गया।
‘आचार संहिता’ पार्टी के सदस्यों को साफ तौर पर सार्वजनिक और निजी जीवन- दोनों में किसी भी धार्मिक गतिविधि में शामिल होने से मना करती है, जिसमें ‘अपने परिवार के धार्मिक सदस्यों और रिश्तेदारों को भी घर पर वेदियां स्थापित करने, धार्मिक सामग्रियों को रखने, धार्मिक चित्रों और धार्मिक हस्तियों की तस्वीरें नहीं लटकाने की सलाह देना शामिल है।’
तिब्बत से सूचनाओं के बाहर भेजने पर चीनी सरकार के सख्त नियंत्रण और गंभीर प्रतिबंधों के कारण धार्मिक प्रतिबंधों के कार्यान्वयन पर अब तक सीमित जानकारी या कोई रिपोर्ट नहीं है। इस डिक्री के तहत त्सोल्हो टीएपी के पार्टी सदस्यों पर लगाए गए प्रतिबंध की रिपोर्ट इसके अस्तित्व में आने के बाद से व्यापक रूप से लागू किए जाने का संकेत देती है और वहीं की स्थितियों का चित्रण करती है।
‘धर्म में विश्वास न करने के लिए तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र में कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्यों के लिए आचार संहिता’ में पार्टी के सदस्यों को मार्क्सवाद, भौतिकवाद और नास्तिकता का पालन करने का निर्देश दिया गया है। उन्हें पार्टी और उसके संविधान के प्रति पूरी तरह से वफादार रहने और अपने परिवार के सदस्यों को यह समझाने की भी आवश्यकता है कि धर्म पार्टी के संस्थापक सिद्धांतों और मिशन के विपरीत है।’