तिब्बत.नेट, 23 नवंबर, 2018
तवांग। सेंट्रल तिब्बतन एडमिनिस्ट्रेशन के वित्तमंत्री कर्म येशी ने 22 नवंबर 2018 को अरुणाचल प्रदेश के तवांग के कलावांगपो कन्वेंशन हॉल में तिब्बत समर्थन समूह- भारत तिब्बत सहयोग मंच (बीटीएसएम) द्वारा आयोजित ‘मजबूत और सुरक्षित सीमा : विकसित और संवर्धित भारत का रास्ता’ विषय पर एक सेमिनार में भाग लिया।
सेमिनार के मुख्य अतिथि अरुणाचल प्रदेश के माननीय गृहमंत्री श्री कुमार वाई थे। भारत-तिब्बत सहयोग मंच के संरक्षक श्री इंद्रेश कुमार, तिब्बत कॉज कोर ग्रुप के राष्ट्रीय संयोजक श्री आर के खीरमे, अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मंत्री त्सरिंग ग्यूकरमे, डीके थोंगडोक और नरेश ग्लो, गेशे कुंफेन और अन्य गणमान्य व्यक्ति सेमिनार में उपस्थित थे।
सेमिनार में बोलते हुए वित्तमंत्री कर्मा येशी ने कहा, ‘जब 1959 से पहले तिब्बत स्वतंत्र राष्ट्र था, तो भारत की सीमा पूरी तरह से सुरक्षित थी।’ उन्होंने कहा कि, ‘तिब्बती प्रशासन वास्तविक स्वायत्तता की मांग कर रहा है।’ उन्होंने 14वें परम पावन दलाई लामा की चार प्रतिबद्धताओं- मानवता, अंतरधार्मिक-समभाव, तिब्बती संस्कृति व परंपरा का संरक्षण और प्राचीन भारतीय विचारों का पुनरुद्धार से सेमिनार को अवगत कराया। उन्होंने उल्लेख किया है कि तिब्बत का मुद्दा न केवल तिब्बतियों की भलाई का मुद्दा है, बल्कि यह चीनी शासन के तहत तिब्बत में पारिस्थितिक असंतुलन के कारण आमतौर पर पूरी दुनिया का और विशेष रूप से एशिया से जुड़ा हुआ है। अंत में, कलोन (मंत्री) ने जोर देकर कहा कि भारत में तिब्बती लोग 2018 को थैंक यू इंडिया के रूप में मना रहे हैं और उन्होंने तिब्बती प्रशासन की ओर से पिछले 60 वर्षों से इसके आतिथ्य और समर्थन के लिए भारत सरकार और लोगों को धन्यवाद दिया।
अरुणाचल प्रदेश के गृहमंत्री कुमार वाई ने अपने संबोधन में कहा कि पहले के समय में अरुणाचल प्रदेश में तिब्बत के साथ व्यापार का एक लंबा इतिहास रहा है, जिसमें कोई सीमा प्रतिबंध नहीं था। अरुणाचल के लोग नमक खरीदने के लिए तिब्बत जाते थे और बदले में अपने उत्पाद बेचते थे।
बीटीएमएस के संरक्षक श्री इंद्रेश कुमार ने अपने मुख्य भाषण में कहा कि भारत और तिब्बत के बीच बहुत ही शांतिपूर्ण सीमा थी और सीमा की सुरक्षा पर कोई खर्च नहीं थी। लेकिन चीन द्वारा तिब्बत पर कब्जे के बाद सीमा की सुरक्षा के लिए रोजाना भारी खर्च किया जा रहा है।
सेमिनार में तवांग तीर्थ यात्रा 2018 के प्रतिभागियों और तवांग के स्थानीय सैकड़ों लोग शामिल हुए।
इससे पहले सुबह में तवांग तीर्थ यात्रा 2018 के गणमान्य लोगों और प्रतिभागियों ने तवांग मठ का दौरा किया। मंत्री कर्मा येशी ने तेनजिंग तिब्बती बस्ती के अधिकारी श्री यांगदुप और स्थानीय तिब्बती स्वतंत्रता आंदोलन के अध्यक्ष के साथ तवांग मठ में प्रार्थना की। बाद में तवांग मठ से कलावांगपो कन्वेंशन हॉल तक स्थानीय लोगों और तवांग तीर्थ यात्रा 2018 के प्रतिभागियों ने परम पावन 14वें दलाई लामा के चित्र के साथ एक शांति मार्च निकाला।
मंत्री कर्मा येशी ने भी अरुणाचल प्रदेश के दिवंगत मुख्यमंत्री दोरजी खांडू के स्मारक संग्रहालय का दौरा किया।