17 मर्इ 2013: भारत तिब्बत समन्वय केंद्र रिपोर्ट
भारत तिब्बत मैत्री संघ की महिला इकार्इ ने तिब्बत एकजुटता दिवस पर तिब्बत के हितों की रक्षा के उददेश्य एक सभा का आयोजन किया। इस बारे में जानकारी देते हुए इकार्इ की अध्यक्षा रेशम बाला ने बताया कि महात्मा गांधी महाविधालय के सभागार में साय 6 बजे से आयोजित इस बैठक में शहर के विभिन्न क्षेत्रों के गणमान्य नागरिकों ने भाग लिया।
रेशम बाला ने बताया कि सर्वप्रथम तिब्बत में स्वतन्त्रता के प्रयास में जिन लोगों ने आत्मदाह किया उनके लिए द्वीप प्रज्वलन कर उन्हें श्रद्धाजंलि स्वरूप श्रद्धासुमन अर्पित किए।
कार्यक्रम में विचार व्यक्त करते हुए कांग्रेस के सम्भाग प्रवक्ता डा. अजय त्रिवेदी ने कहा कि भारत सहिष्णु राष्ट्र है और इसी कारण पड़ौसी राष्ट्रों के विरूद्ध हो रहे दमन का विरोध करना इस राष्ट्र का धर्म है। इस कार्यक्रम में क्रांतिमंच के सोहन मेहता ने चीन की दमनकारी नीतियों का विरोध करते हुए चीनी उत्पादों के बहिष्कार का आहवान किया। इसी क्रम में उर्मिला राठी, कानराज, मोहनोत अमित व्यास, रंजना शर्मा, पुष्पा गहलोत, सुषमा तंवर, डिम्पल तंवर, युवा मोर्चा के किशन गेवा, बाल कल्याण समिति की अध्यक्षा मधुबाला, मनमीत कौर, शिक्षा जैन, अनिल गौड़, पुखराज, निलोफर, सुमन साइंड, पंकज अवस्थी, अमृत पंचारिया, कमलेश व्यास, किशन नारायण, सुरेन्द्र गोयल, राधा गहलोत, निरमा, शैलेन्द्रसिंह, सज्जनसिंह, महेन्द्र उपाध्याय, कुशाल शर्मा उपसिथत थे।
धन्यवाद पुष्पा गहलोत ने ज्ञापित किया।