आपका फैसला, 31 जुलाई 2013
धर्मशाला, 30 जुलार्इ। चीन के एक प्रांत की राजधानी में वम विस्फोट के आरोप में गिरफतार 63 वर्षीय तेनजिन डेलिक रिन्पोछे की रिहार्इ को लेकर याचिका दायर करने वाले चार तिब्बतियों को बिजिंग में गिरफतार कर लिया गया है।
तिब्बत की निर्वासित सरकार के सूत्रों के अनुसार तेनजिन डेलेक रिन्पोछे जो कि अध्यातिमक गुरू थे, को वर्ष 2002 में वम विस्फोट के झूठे मामले में गिरफतार कर लिया गया। उन्हें पूर्वी तिब्बत के नायछू कारजे मठ से गिरफतार किया गया था। वम विस्फोट के आरोप में अदालत द्वारा तेनजिन डेलेक रिन्पोंछे को मौत की सजा सुनार्इ गर्इ है। उनके एक सहायक लोवसांग थुंडूप को 26 जनवरी 2003 को इसी वम विस्फोट में काथित तौर पर भाग लेने के आरोप में फांसी दे दी गर्इ थी। इन सूत्रों के अनुसार लगभग 30 हजार तिब्बतियों व उनके शुभचिंतकों ने इस याचिका पर हस्ताक्षर किए थे जिसमें कहा गया था कि तेनजिन डेलेक रिन्पोछे का इन वम विस्फोटों में कोर्इ हाथ नहीं था और उन्हें झूठे आरोपों के आधार पर गिरफतार किया गया था।
याचिका में चीन सरकार से यह भी मांग की गर्इ थी कि तेनजिन डेलेक रिन्पोछे पर फिर से ट्रायल चलाया जाए और उनके लिए स्वतंत्र वकील पैरवी के लिए नियुक्त किया जाए। याचिका में यह कहा गया है कि जेल में उनके साथ हुए अत्याचारों के कारण तेनजिन डेलेक रिन्पोछे के स्वास्थ्य में काफी गिरावट आ गर्इ है और मेडिकल आधार पर उन्हें पैरोल पर रिहा किया जाए ताकि उनको ठी से चिकित्सा सुविधा प्रदान की जा सके।