अमर उजाला, 8 जनवरी, 2017
बिहार के बोधगया में दलाईलामा के कालचक्र कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए दुनिया भर के तिब्बती भारत आ चुके थे, लेकिन चीन ने उन्हें संगठित होने से रोकने के लिए चाल खेली और 3 जनवरी तक उनकी वापसी का फरमान सुनाया। उधर, तिब्बती नागरिकों पर कड़ी निगाह रखी जाने के कारण भारत आए करीब सात हजार तिब्बतियों की वापसी के समाचार हैं।
तिब्बत के आध्यात्मिक नेता दलाई लामा बोधगया के कालचक्र कार्यक्रम में प्रवचन देने वाले हैं। आयोजकों का कहना है कि चीन के दबाव के कारण तिब्बत से आए लोगों को वापस जाना पड़ा है। चीन ने न केवल तिब्बत से भारत आने वाले श्रद्धालुओं के वहां रह रहे परिजनों पर दबाव डाला बल्कि 3 जनवरी तक वापस न लौटने पर उनके पासपोर्ट और अन्य दस्तावेज रद करने की चेतावनी भी जारी की। यही नहीं बल्कि नेपाल के रास्ते भारत जाने वाले श्रद्धालुओं पर भी कड़ी निगरानी की। इस कारण भारत से करीब 7,000 बौद्ध श्रद्धालु तिब्बत वापस लौट गए हैं।