तिब्बतनरिव्यू.नेट, 04 जनवरी,19
चीन के विश्व स्तरीय महत्वाकांक्षी बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव में तिब्बत की महत्वपूर्ण भूमिका 2019 के अंत में सिचुआन-तिब्बत रेलवे के निर्माण की अपेक्षित शुरुआत के साथ शुरू होने वाली है। वास्तव में 2014 के बाद से दोनों सिरों पर निर्माण कार्य जोर-शोर से जारी है। तिब्बत के भीतर केवल सबसे कठिन खंड कांगडिंग-निंगचिची (तिब्बती: डार्टडेडो-न्यिंग्ट्री) खंड को शुरू किया जाना है। बाकी खंड शुरू हो चुके हैं।
चीन की आधिकारिक शिन्हुआ समाचार एजेंसी ने 3 जनवरी की रिपोर्ट में बताया कि सिचुआन-तिब्बत रेलवे, जिसका निर्माण 2019 के अंत में शुरू होने की उम्मीद है, चीन को दक्षिण एशियाई देशों जैसे कि नेपाल और भारत के साथ जोड़ने के लिए परिवहन की एक प्रमुख स्रोत है।
रिपोर्ट में सरकारी स्वामित्व वाली चीन रेलवे कॉर्प का हवाला देते हुए कहा है कि इसका उद्देश्य 2019 की दूसरी तिमाही के अंत तक रेलवे की व्यवहार्यता अध्ययन (मतलब, रेलवे की कांगडिंग-निंगचीची खंड) को पूरा करना और तीसरी तिमाही में केंद्रीय सरकार से अनुमोदन प्राप्त करना है।
क्विंघाई-तिब्बत रेलवे के बाद सिचुआन-तिब्बत रेलवे तिब्बत ऑटोनामस (टीएआर) में दूसरा रेलवे होगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह दुनिया के सबसे सक्रिय भूगर्भीय क्षेत्रों में से एक है।
रिपोर्ट में शंघाई इंस्टीट्यूट फॉर इंटरनेशनल स्टडीज में सेंटर फॉर एशिया-पैसिफिक स्टडीज के निदेशक झाओ गनचेंग के हवाले से कहा गया है कि एक बार पूरा होने के बाद यह चीन और नेपाल को जोड़ने वाले रेलवे की संभावना में मदद कर सकता है, जो चीन के लिए दक्षिण एशिया तक पहुंचने का एक प्रमुख मार्ग हो सकता है।
सिचुआन-तिब्बत रेलवे सिचुआन प्रांत की राजधानी चेंगदू से शुरू होगी, जो या न से होकर गुज़रती हुई क़ामदो (चामडो) के रास्ते से तिब्बत ऑटोनामस में प्रवेश करती है। इसके बाद यह निंगची शहर से गुजरती हुई तिब्बत की राजधानी ल्हासा पहुंचेगी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि इस रेलवे की कुल निर्माण लंबाई 1700 किलोमीटर और लागत 250 अरब युआन (36.88 अरब डॉलर) होगी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि सिचुआन-तिब्बत रेलवे के चीन के भीतर 140 किलोमीटर के चेंगदू या न खंड ने आधिकारिक तौर पर 28 दिसंबर, 2018 को 11 स्टेशनों के बीच परिचालन शुरू भी कर दिया है।