शेराब दोर्जे को चीनी पुलिस द्वारा सिचुआन तिब्बती स्वायत्त प्रान्त में गिरफ्तार करते हुए
१९ वर्षीय शेरब दोरजे ने तिब्बती स्कूली बच्चों को उनकी अपनी भाषा में पढ़ाने की अनुमति देने के लिए भी अधिकारियों के पास याचिका दायर की थी।
rfa.org
१८ अगस्त, २०२१
तिब्बत में हमारे सूत्रों के अनुसार, पश्चिमी चीन के सिचुआन प्रांत में पुलिस ने सोमवार को एक ऐसे तिब्बती व्यक्ति को गिरफ्तार किया, जिसने सत्तारूढ़ चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की प्रशंसा करने और सरकारी उद्देश्यों के बारे में तिब्बतियों को निर्देश देने के लिए स्थानीय अधिकारियों द्वारा आयोजित एक प्रचार सभा में भाग लेने से इनकार कर दिया था। एक स्थानीय निवासी ने आरएफए की तिब्बती सेवा को बताया कि न्गाबा (चीनी : आबा) तिब्बती स्वायत्त प्रिफेक्चर के ट्रॉटसिक टाउनशिप के निवासी १९ वर्षीय शेरब दोरजे को उनके घर के पास हिरासत में ले लिया गया और हथकड़ी लगाकर ले जाया गया।
आरएफए के सूत्र ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, ‘तिब्बती युवा सरकार की नीतियों के खिलाफ विद्रोह नहीं करें, इसे सुनिश्चित करने के लिए हाल ही में कुछ पुलिस अधिकारी युवा तिब्बतियों के लिए कम्युनिस्ट पार्टी के राजनीतिक शिक्षा अभियान के तहत प्रशिक्षण आयोजित कराने के लिए ट्रॉटसिक पहुंचे।’ सूत्र ने कहा, ‘शेरब दोरजे उस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए, इसलिए उन्हें बाद में उनके घर के पास से गिरफ्तार कर लिया गया और हथकड़ी लगा दी गई।’
सूत्रों के अनुसार, गांसु प्रांत के कन्ल्हो (गन्नान) प्रिफेक्चर में माचू काउंटी मिडिल स्कूल से स्नातक दोरजे संभवत: इसलिए भी पुलिस की निगाह में चढ़ गए हो सकते हैं कि उन्होंने इस साल गर्मी की छुट्टी के बाद स्कूल फिर से खुलने पर केवल चीनी भाषा में कक्षा में पढ़ाई कराने के काउंटी सरकार के आदेश का विरोध करने वाली याचिका पर छात्रों के साथ हस्ताक्षर किए थे।
हाल के वर्षों में तिब्बती भाषा अधिकार कार्यकर्ता तिब्बती राष्ट्रीय पहचान पर जोर देने के प्रयासों में विशेष फोकस बन गए हैं। गौरतलब है कि किंडरगार्डन और प्राथमिक स्कूल वाले तिब्बती स्कूलों में अब लगभग पूरी तरह से चीनी भाषा में ही पढ़ाई होती है।
सूत्रों का कहना है कि मठों और कस्बों में अनौपचारिक रूप से आयोजित तिब्बती भाषा के पाठ्यक्रमों को आम तौर पर ‘अवैध संघ’ माना जाता है और शिक्षकों को हिरासत में लिया जाता है या उनकी गिरफ्तारी भी हो सकती है।
राजनीतिक रूप से संवेदनशील चर्चा
सूत्रों ने पहले की एक रिपोर्ट में आरएफए को बताया था कि ट्रॉटसिक में पुलिस ने पिछले महीने स्थानीय मठ में एक वरिष्ठ भिक्षु को लोकप्रिय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘वीचैट’ पर राजनीतिक रूप से संवेदनशील मुद्दे पर चर्चा करने के संदेह में गिरफ्तार किया था।
न्गाबा के एक सूत्र ने आरएफए को बताया कि न्गाबा के ट्रॉटसिक मठ में अनुशासन के प्रभारी ४५ वर्षीय भिक्षु कोनमी को २० जुलाई को हिरासत में लिया गया था।
आरएफए के सूत्र ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, ‘उन्होंने अपने वीचैट ग्रुप पर प्रार्थना की थी, लेकिन उन्होंने केवल वहां पर जमा की गई प्रार्थनाओं की संख्या के बारे में बात की थी।’ सूत्र ने कहा कि ‘उन्होंने राजनीतिक मुद्दों के बारे में कुछ भी नहीं कहा।’
सूत्रों ने आरएफए को बताया कि तिब्बत और पश्चिमी चीन के तिब्बती क्षेत्रों में संचार बंद होने से चीनी अधिकारियों द्वारा राजनीतिक रूप से संवेदनशील माने जाने वाले विरोध, गिरफ्तारी या अन्य जानकारी के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करना मुश्किल हो गया है। गौरतलब है कि पूर्व में एक स्वतंत्र राष्ट्र तिब्बत पर ७० साल पहले चीन द्वारा आक्रमण किया गया था और बल प्रयोग द्वारा चीन में शामिल कर लिया गया था।
चीनी अधिकारियों ने इस क्षेत्र पर अपनी कठोर पकड़ बनाए रखी है। इस दौरान तिब्बतियों की राजनीतिक गतिविधियों और सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान की शांतिपूर्ण अभिव्यक्ति को प्रतिबंधित किया जाता है। ऐसा करने पर तिब्बतियों का उत्पीड़न किया जाता है, यातनाएं दी जाती हैं, कारावास में डाला जाता है और न्यायिक प्रक्रिया के बगैर ही उनकी हत्या तक कर दी जाती है।
आरएफए की तिब्बती सेवा के लिए संग्याल कुंचोक द्वारा रिपोर्ट की गई। तेनज़िन डिकी द्वारा अनूदित। रिचर्ड फिनी द्वारा अंग्रेजी में लिखित।